पेज---1----सौंदा बस्ती में कोयला व्यवसायी को मारी गोली
भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सौंदा बस्ती निवासी कोयला व्यवसायी अनूप प्रसाद (30 वर्ष) पर रविवार को जानलेवा हमला हुआ। घटना रात तकरीबन 10 बजे की है। अनूप घर के समीप स्थित गेराज में अपनी स्कॉर्पियो पार्क कर...
भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सौंदा बस्ती निवासी कोयला व्यवसायी अनूप प्रसाद (30 वर्ष) पर रविवार को जानलेवा हमला हुआ। घटना रात तकरीबन 10 बजे की है। अनूप घर के समीप स्थित गेराज में अपनी स्कॉर्पियो पार्क कर रहे थे। तभी हमलावरों ने उन पर नाइन एमएम की पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें एक गोली अनूप के पेट में और दूसरी जांघ पर लगी। इसके बाद तत्काल उसे रांची मेडिका में भर्ती करवाया गया। अनूप ने पुलिस को बताया कि हमलावर तीन थे, जिन्हें वे नहीं पहचानते हैं। इनमें से दो लोग पिस्टल से उन पर अंधाधुंघ फायरिंग कर रहे थे। इस दौरान वे गाड़ी के स्टेयरिंग सीट पर बैठे हुए थे। पुलिस ने घटना स्थल से नाइन एमएम के 5 जिंदा कारतूत, दो खोखा और स्कॉर्पियों से दो फायर बुलेट बरामद किया है। इधर घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर आए। डीएसपी वीरेंद्र चौधरी और थाना प्रभारी विष्णुदव चौधरी ने शीघ्र हमलावरों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दे कर ग्रामीणों को शांत करवाया। इसके बाद दिन के 11 बजे पुन: ग्रामीणों ने सौंदा बसती में भुरकुंडा-पतरातू-रांची मुख्य मार्ग को जाम किया। करीब ढाई बजे डीएसपी हेडक्वार्टर वीरेंद्र चौधरी और भुरकुंडा थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को समझा-बुझा कर जाम हटवाया। मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि यदि 24 घंटो के भीतर हमलावर नहीं पकड़े जाते तो वे पुन: मुख्य सड़क को जाम कर देंगे। एक वर्ष में तीसरी घटना सौंदा बस्ती में गोलीबारी की यह तीसरी घटना है। सबसे पहले अपराधियों ने व्यवसायी महेश प्रसाद को निशाना बनाया था। इसके बाद झारखंड पार्टी के जिलाध्यक्ष सिकंदर बाउरी की हत्या हुई। इधर रविवार रात्रि जब बस्ती में मंडा पर्व का शोर था तो अपराधियों ने बड़े दु:साहस से अनूप पर हमला बोला। इससे स्थानीय ग्रामीण खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पुलिस के रडार में हैं अपराधी : थाना प्रभारी थाना प्रभारी विष्णुदेव चौधरी ने कहा कि अनूप पर गोली चलाने वाले हमलावर पुलिस के रडार में आ चुके हैं। बहुत जल्द उन्हें दबोच लिया जाएगा। उन्होने ग्रामीणों से संयम रखने की अपील करते हुए कहा कि घटना के बाद पुलिस एक पल के लिए भी नहीं बैठी है। कहीं गैंगवार तो नहीं ? पुलिस हर पहलू को ध्यान में रख कर अनुसंधान कर रही है। गोलीबारी की घटना को गैंगवार से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। घायल अनूप के इतिहास के साथ वर्तमान के पन्ने भी खंगाले जा रहे हैं। साथ ही बाबा और श्रीवास्तव गुट के गुर्गों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।