स्कूल में राष्ट्रगान नहीं गवाने पर भड़के बच्चे, पांच किमी पैदल चलकर पहुंचे समाहरणालय
स्वतंत्रता दिवस पर उत्क्रमित उच्च विद्यालय जमीरा प्रधानाध्यापक निसार अहमद और प्रबंध समिति सदस्यों पर बड़ी लापरवाही का मामला प्रकाश में आया। उन पर स्कूल में झंडोतोलन के बाद राष्ट्रगान नहीं गवाने का...
स्वतंत्रता दिवस पर उत्क्रमित उच्च विद्यालय जमीरा प्रधानाध्यापक निसार अहमद और प्रबंध समिति सदस्यों पर बड़ी लापरवाही का मामला प्रकाश में आया। उन पर स्कूल में झंडोतोलन के बाद राष्ट्रगान नहीं गवाने का आरोप है। विरोध स्वरुप 16 अगस्त को बच्चे पांच किलोमीटर पैदल चल कर समाहरणालय पहुंचे। यहां डीसी कार्यालय के समीप जमकर प्रदर्शन किया। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही। इस बीच डीडीसी सुनील कुमार, आरडीडीई सह प्रभारी डीइओ रतन कुमार सिंह, डीएसई अनिल कुमार चौधरी, बीइइओ विमलकांत झा प्रदर्शन स्थल पहुंचे। काफी समझाने पर बच्चे अपनी मांग पर अड़े रहे। इसके बाद तत्काल प्रभाव से प्रधानाध्यापक को हटाया गया। साथ ही जांच कर कठोर कार्रवाई की बात कही गई। इसके बाद बच्चे लिखित ज्ञापन सौंप कर वापस लौटे। ज्ञापन सौंपने वालों में सुषमा कुमारी, बबीता कुमारी, लक्ष्मी, मुस्कान परवीन, वसीम रजा, गुलनाज परवीन, तौफिक आलम, दिलकश रजा, अबु ओसामा, सरतर आलम, मुकेश, मनीष, कृष्णा, अनंत, पवन, आदित्य, सौरभ, सुशीला, खुश्बू आदि दर्जनों विद्यार्थी शामिल हैं। इधर उत्क्रमित उच्च विद्यालय जमीरा प्रधानाध्यापक निसार अहमद ने आरोप को बेबुनियाद बताया। कहा कि स्कूल में सभी कार्यक्रम किए गए। किसी के बहकावे में आकर बच्चों ने ऐसा किया है। आरडीडीई हजारीबाग सह प्रभारी डीइओ ने कहा कि तत्काल आरोपियों को पदमुक्त किया गया है। साथ ही अभी वहां प्रभारी प्रधानाध्यापक की जिम्मेवारी कुमारी प्रतिमा को दी गई है। इसके अलावा डीएसई अनिल कुमार चौधरी को मामले की जांच कर तीन दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कठोर कार्रवाई सुनिश्चित किया जाएगा। किसी भी कीमत पर दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।