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ग्राम जल व स्वच्छता समिति के वित्तीय लेखाकरण कार्यशाला

लोहरदगा पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल के तत्वावधान में शनिवार को अभिलाषा कक्ष में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत ग्राम जल व स्वच्छता समिति का वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए लेखा से संबंधित एक दिवसीय...

ग्राम जल व स्वच्छता समिति के वित्तीय लेखाकरण कार्यशाला
हिन्दुस्तान टीम,लोहरदगाSat, 22 Jul 2017 11:36 PM
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लोहरदगा पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल के तत्वावधान में शनिवार को अभिलाषा कक्ष में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत ग्राम जल व स्वच्छता समिति का वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए लेखा से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। मौके पर उपायुक्त विनोद कुमार ने कहा कि लेखाकरण ऐसी पध्दति है जिसका प्रयोग किसी भी संगठन के लेन-देन संबंधी कार्यों का रिकॉर्ड रखने, इन्हें वर्गीकृत करने और इन्हें सारणीबध्द रूप से सम्प्रेषित करने के लिए किया जाता है। ग्राम पंचायतों को अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विभिन्न स्रोतों से निधियों की प्राप्ति होती है। पंचायतों के लिए जरूरी है कि वह लेखाकरण संबंधी अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सुव्यवस्थित लेखाकरण प्रक्रिया का अनुसरण करें। उन्होंने कहा कि पंचायतों के लिए जरूरी है कि सोच, शौचालय, स्वास्थ्य व शिक्षा की आवश्यकता को हर नागरिक आत्मसात करें। राज्य यूनिसेफ अधिकारी समीर सिंह ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में स्वस्थ, बेहतर एवं पारदर्शी लेखा प्रणाली लागू करने के उद्देश्य से मॉडल एकाउंटिंग सिस्टम निर्धारित किया गया है। इसमें सरल प्रपत्र निर्धारित किए गए हैं। मॉडल एकाउंटिंग सिस्टम कम्प्युटराईज्ड प्रणाली है। इस प्रणाली में सूचना एवं संचार तकनीक के माध्यम से वित्ताीय प्रतिवेदन बनाने में सुविधा होगा। कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ पैट्रिक टेटे, डीएस डॉ शंभूनाथ चौधरी, इइ रेयाज आलम, यूनिसेफ प्रतिनिधि अरविन्द कुमार सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे।

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