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खुलासा: ना गड्ढा ना ही थी छत, इस तरह 'टॉयलेट' बनाकर लोगों को दिया धोखा

मानगो अक्षेस के ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) का सच सामने आ ही गया। अक्षेस और ठेकेदारों ने मिलीभगत से शौचालय निर्माण में घोटाला किया है। नियमानुसार शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये लाभुक मिलने...

खुलासा: ना गड्ढा ना ही थी छत, इस तरह 'टॉयलेट' बनाकर लोगों को दिया धोखा
लाइव हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरMon, 28 Aug 2017 12:29 PM
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मानगो अक्षेस के ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) का सच सामने आ ही गया। अक्षेस और ठेकेदारों ने मिलीभगत से शौचालय निर्माण में घोटाला किया है। नियमानुसार शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये लाभुक मिलने हैं, लेकिन दिए गए सिर्फ 6 हजार रुपये। इतने कम रुपये में जब लाभुक शौचालय का निर्माण नहीं करा पाए तो अक्षेस ने इस निर्माण की जिम्मेदारी ठेका कंपनी को दे दी।

ये है सच्चाई -

ठेका कंपनी के कर्मचारियों ने बिना टैंक बनाए सरजमीन पर पेन बैठाकर शौचालय का निर्माण कर दिया। न दरवाजा लगाया और न ही छत बनाई। फोटो खींचकर कंप्यूटर पर अपलोड कर दी। यह दिखाया कि शौचालय बनकर तैयार है। मगर हकीकत में शौचालय बना ही नहीं।

दाईगुटू दीपाशाही हरिजन बस्ती से खुलासा-

मामला मानगो दाईगुटू दीपाशाही हरिजन बस्ती का है। लाभुक रायमुनी ने बताया कि पति धान सिंह को मानगो अक्षेस से शौचालय बनाने के लिए छह हजार रुपये मिले थे। निर्माण के लिए खुद घर किनारे चार फुट का गड्ढा भी कराया था। इसी दौरान आठ महीने पहले मानगो अक्षेस से तीन-चार कर्मी आए और कहा शौचालय बनाना है, नहीं तो उनकी नौकरी चली जाएगी।

लाभुक को दी पुलिस की धमकी-

अक्षेस के कर्मचारियों ने पुलिस की धमकी देकर सरकार से मिले छह हजार रुपये भी ले लिए। रायमुनी ने बताया कि शौचालय के लिए खुद से चार फुट गड्ढा कराया था। कर्मचारियों से कहा कि इस पर ही शौचालय का निर्माण करा दो, लेकिन ठेकेदार ने ज्यादा गड्ढा होने का हवाल देकर पास में ही जमीन पर ईंट से तीन तरफ से उठा कर पेन बैठा दिया और फोटो खींच ली।

पैसे देकर जाना पड़ता है शौच -

रायमुनी ने बताया कि शौचालय में वे लोग जा नहीं सकते, क्योंकि गड्ढा ही नहीं है। पास के शुलभ शौचालय में पैसे देकर जाना पड़ता है।

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