नेत्रोत्सव पर भक्तिमय हुआ घाटशिला, रथयात्रा पर बिखरेगी अनुपम छटा
श्री जगन्नाथ महाप्रभु की रथयात्रा रविवार को निकलेगी। इसके लिये नरसिंहगढ़ जगन्नाथ मंदिर एवं श्यामसुंदर मंदिर राजस्टेट, श्री जग्गनाथ महाप्रभु रथ यात्रा कमेटी मऊभंडार में विशेष तैयारियां की जा रही हैं।...
श्री जगन्नाथ महाप्रभु की रथयात्रा रविवार को निकलेगी। इसके लिये नरसिंहगढ़ जगन्नाथ मंदिर एवं श्यामसुंदर मंदिर राजस्टेट, श्री जग्गनाथ महाप्रभु रथ यात्रा कमेटी मऊभंडार में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। शनिवार को नेत्रोत्सव के मौके पर महाप्रभु की विशेष पूजा अर्चना की गई। रविवार को समारोह पूर्वक महाप्रभु के दधि वामन रूप की प्रतिमा को रथ पर आरूढ़ कराया जायेगा तथा भक्त रथ को खींचते हुए मौसीबाड़ी तक ले जायेंगे। तैयारियों में लगी रही कमेटी : तैयारियों में लगे मऊभंडार कमेटी के वीरेंद्र नारायण सिंह देव, रवींद्र बारीक, शक्ति प्रहराज, शक्ति प्रसाद धल, राम कृष्ण शर्मा ने बताया कि यहां रथयात्रा पिछले दो साल से निकाली जा रही है। जगन्नाथ मंदिर को नया कलेवर दिया गया है। रथयात्रा मऊभंडार शिव मंदिर से शुरू होकर रेलवे गोपालपुर फाटक तक जायेगी। दोपह एक बजे निकलेगी रथ यात्रा : रथ यात्रा दिन के एक बजे निकलेगी। मंदिर से रथ तक महाप्रभु के विग्रह को गाजे-बाजे एवं कीर्तन के साथ ले जाया जाता है। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में बहन सुभद्रा और भाई बलराम भी विराजमान रहेंगे। रथ का निर्माण पूरा करा लिया गया है। इसके बाद नौ दिनों तक चलने वाली पूजा-अर्चना तथा भक्ति कार्यक्रमों का दौर चलेगा। रथ यात्रा के दौरान हर स्थान पर प्रसाद का वितरण होगा। यात्रा में सैकड़ों महिला पुरुष श्रद्वालु रथ की रस्सी खींचकर पुण्य के भागी बनेंगे। रथयात्रा घाटशिला, मुसाबनी, धालभूमगढ़, चाकुलिया, बहरागोड़ा आदि प्रखंडों में भव्य रूप से निकाली जायेगी। बहरागोड़ा में भी निकलेगी रथयात्रा : बहरागोड़ा एवं आसपास के क्षेत्रों में भगवान जगन्नाथ का नेत्रोत्सव मनाया गया। यह समारोह भूतिया पंचायत के लाउडंका एवं बहरागोड़ा बाजार के जगन्नाथ मंदिर में आयोजित हुआ। संध्या के समय भजन-कीर्तन हुआ। पौराणिक परंपरा है कि स्नान पूर्णिमा के दिन कलश यात्रा निकालकर महिलाओं ने भगवान जगन्नाथ को स्नान कराया, जिसके कारण भगवान बीमार पड़ जाते हंै। बीमारी की अवस्था में भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलराम, बहन सुभद्रा के साथ मौसी बाड़ी जाते हैं। इस दौरान नौ दिनों तक लगातार पूजा अर्चना चलती है। इसके बाद भगवान जगन्नाथ मौसी बाड़ी से लौटकर आते हैं। बहरागोड़ा क्षेत्र में भगवान जनगन्नाथ की रथ यात्रा रविवार को धूमधाम से निकाली जायेगी।