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मानगो के चार थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा

प्रशासन ने हिन्दू उत्सव समिति के डिमना रोड में द्वादश ज्योतिर्लिंग स्थापित कर सोमवार से पूजा करने के कार्यक्रम को रोकने के लिए धारा 144 लगा दिया है। यह आदेश मानगो के सभी चार थाना क्षेत्रों मानगो,...

मानगो के चार थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरSun, 23 Jul 2017 04:02 PM
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प्रशासन ने हिन्दू उत्सव समिति के डिमना रोड में द्वादश ज्योतिर्लिंग स्थापित कर सोमवार से पूजा करने के कार्यक्रम को रोकने के लिए धारा 144 लगा दिया है। यह आदेश मानगो के सभी चार थाना क्षेत्रों मानगो, उलीडीह, आजादनगर और एमजीएम थाना क्षेत्रों में प्रभावी होगा। उधर, विरोध, प्रशासन की कार्रवाई एवं आरएसएस के निर्देश के कारण हिन्दू उत्सव समिति ने कार्यक्रम वापस ले लिया है। धालभूम के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) प्रभात कुमार ने शनिवार सुबह निषेधाज्ञा का आदेश जारी कर दिया, जो 9 अगस्त को 10 बजे रात तक प्रभावी रहेगा। यह आदेश मानगो के सभी चार थाना क्षेत्रों मानगो, उलीडीह, आजादनगर और एमजीएम थाना क्षेत्रों में प्रभावी होगा। इससे पहले उलीडीह थाना प्रभारी ने अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपी गई रिपोर्ट में शिवलिंग स्थापना की वजह से शांति भंग होने की आशंका जताई थी। इसी को आधार बनाकर अनुमंडल पदाधिकारी ने निषेधाज्ञा लगाई है। इस दौरान किसी भी प्रकार के हिंसक जुलूस, धरना, प्रदर्शन, घेराव, रोड जाम पुतला दहन आदि पर रोक रहेगी। कोई लाउडस्पीकर भी नहीं बजा सकेगा, हथियार लेकर नहीं चल सकेगा। हिन्दू उत्सव समिति प्रशासन से खफा : प्रशासन के विपरीत रुख और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों के निर्देश के आलोक में हिन्दू उत्सव समिति ने शनिवार को बैठक कर कार्यक्रम वापस ले लिया। हालांकि वह प्रशासन के रवैये से बेहद नाराज है। उसने एसडीएम द्वारा कार्यक्रम की अनुमति नहीं देने के लिए जो आधार बताए हैं, उस पर तीखी टिप्पणी की है। उनका कहना है कि उस जगह भारी वाहनों का आवागमन होने के कारण दुर्घटना की आशंका है। मगर समिति का तर्क है कि वहां दो अन्य मार्ग हैं, जो एनएच 33 से जुड़ते हैं और उन मार्गों पर रामनवमी एवं दुर्गापूजा होती है। एसडीएम द्वारा कार्यक्रम स्थल के इर्द-गिर्द नालियों एवं गंदगी का अंबार होने की बात कहने पर आयोजकों का कहना है कि उपायुक्त ने अभी हाल में प्रधानमंत्री से स्वच्छता का पुरस्कार हासिल किया है। ऐसे में धार्मिक आयोजन का स्थल इतना प्रदूषित और गंदा कैसे है? सवाल उठाया है कि क्या प्रधानमंत्री से लिया गया पुरस्कार जनता के साथ धोखा है? समिति ने यह भी कहा कि दूसरे समुदाय के पर्व त्योहार के समय सफाई की जाती है जबकि बहुसंख्यकों के पर्व को लेकर प्रशासन दमन की नीति अपनाकर उसे रोक रहा है।

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