नशा करने पर गर्भस्थ शिशु को हो सकता है हेपेटाइटिस
अगर आप नशे का सेवन कर रहे हैं तो न सिर्फ खुद के शरीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि अपने होने वाले बच्चे के लिए भी खतरा तैयार कर रहे हैं। गर्भावस्था के दौरान माता-पिता द्वारा नशे के सेवन से गर्भस्थ...
अगर आप नशे का सेवन कर रहे हैं तो न सिर्फ खुद के शरीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि अपने होने वाले बच्चे के लिए भी खतरा तैयार कर रहे हैं। गर्भावस्था के दौरान माता-पिता द्वारा नशे के सेवन से गर्भस्थ शिशु भी हेपेटाइटिस का शिकार हो सकता है। बढ़ रहा है खतरा वैसे तो पानी के खराब स्तर के कारण शुरू से ही शहर में हेपेटाइटिस ए और ई का प्रकोप था। पर पिछले कुछ वर्षों में शहर में नशे का प्रचलन बढ़ने से वायरल हेपेटाइटिस के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। वायरल हेपेटाइटिस दरअसल हेपेटाइटिस बी वॉयरस (एचबीवी) और हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) का दोहरा इंफेक्शन होता है। यह एल्कोहल व इंजेक्शन से लिए जाने वाले नशे के कारण फैलता है। यह सीधे तौर पर किडनी पर असर डालता है और इससे मरीज की किडनी फेल होने से मौत भी हो सकती है। बच्चों में भी बढ़ा खतरा महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ. बलराम झा ने बताया कि हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी का प्रमुख कारण नशा है। इसका ड्युअल इंफेक्शन यानी वायरल हेपेटाइटिस काफी खतरनाक होता है। अगर माता-पिता को वायरल हेपेटाइटिस है या वे गर्भावस्था के दौरान एल्कोहल या इंजेक्शन से लेने वाले नशे का सेवन कर रहे हैं तो यही बीमारी उनके होने वाले बच्चे को भी हो सकती है।