जमशेदपुर के हेमंत गुप्ता ने फतह की एवरेस्ट, कारनामा करने वाले पहले आईआईटियन बने
जमशेदपुर के एक और लाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (29028 फीट) पर तिरंगा फहरा दिया। टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) के पर्वतारोही हेमंत ने शनिवार को सुबह 6.25 बजे एवरेस्ट फतह की।...
जमशेदपुर के एक और लाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (29028 फीट) पर तिरंगा फहरा दिया। टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) के पर्वतारोही हेमंत ने शनिवार को सुबह 6.25 बजे एवरेस्ट फतह की। वे एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले आईआईटियन हैं। दूसरी तरफ एक निराशाजनक खबर यह रही कि हेमंत के साथ एवरेस्ट अभियान पर गईं 52 वर्षीय टाटा स्टीलकर्मी पायो मुर्मू तबीतय खराब होने की वजह से एवरेस्ट पर नहीं चढ़ पाईं। वह कैंप-4 से वापस लौट रही हैं।
27 वर्षीय हेमंत टाटा स्टील के सहयोग से एवरेस्ट पर पहुंचनेवाले आठवें पर्वतारोही बन गए हैं। हेमंत गुप्ता पहली बार 2015 में एवरेस्ट अभियान पर निकले थे, नेपाल में आए भूंकप की वजह से उन्हें कैंप-2 से वापस लौटना पड़ा था।
मूलत: राजस्थान के कोटा शहर के रहनेवाले हेमंत गुप्ता टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) के मैनेजर हैं। आईआईटी मुंबई के छात्र रह चुके हेमंत 2011 में टाटा स्टील से मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर जुड़े थे। तब उनकी पोस्टिंग कलिंगानगर में हुई थी, लेकिन एवरेस्ट फतह करने के शौक को पूरा करने के लिए वह 2013 में टीएसएएफ से जुड़ गए।
हेमंत गत 26 मार्च को बचेंद्री पाल के मार्गदर्शन में एवरेस्ट अभियान पर निकले थे। बचेंद्री पाल ने हेमंत की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हेमंत ने साबित कर दिया कि आप यदि अपने लक्ष्य के प्रति फोकस हैं, तो सफलता आपको जरूर मिलेगी।
दूसरी तरफ सेवेन समिट को पूरा करनेवाली जमशेदपुर की बहू प्रेमलता अग्रवाल, एवरेस्टर बिनीता सोरेन, मेघलाल महतो, राजेंद्र सिंह पाल, सुशेन महतो और अरुणिमा सिन्हा ने भी बधाई देते हुए कहा कि धुन के पक्के हेमंत ने आखिर मानवीय प्रयासों के श्रेष्ठ प्रतिबिंब को हासिल कर ही लिया।
आज लौटेंगे बेस कैंप : हेमंत रविवार को 18 हजार फीट की ऊंचाई पर बने बेस कैंप में लौट आएंगे। इसके बाद वे लुकला पास की दूरी तय करेंगे, फिर दो जून तक उनके दिल्ली पहुंचने की संभावना है। पायो मुर्मू भी उनके साथ ही लौटेंगी।