डॉक्टर बनेगी प्रतीक्षा बिटिया, करेगी गरीबों का इलाज
लोयोला स्कूल की दसवीं की टॉपर प्रतीक्षा मिश्रा ने कहा कि उसने बायो साइंस से पढ़ाई की, क्योंकि डॉक्टर बनना है। एम्स में चयन हो जाए, यही लक्ष्य है। डॉक्टर बनकर गरीबों की सेवा करनी है। प्रतीक्षा के...
लोयोला स्कूल की दसवीं की टॉपर प्रतीक्षा मिश्रा ने कहा कि उसने बायो साइंस से पढ़ाई की, क्योंकि डॉक्टर बनना है। एम्स में चयन हो जाए, यही लक्ष्य है। डॉक्टर बनकर गरीबों की सेवा करनी है। प्रतीक्षा के पिता का नाम सुमन मिश्रा और मां का नाम नीलिमा मिश्रा है। पिता टाटा स्टील के ब्लोवर एंड पम्प हाउस में इंजीनियर हैं, जबकि मां गृहिणी। प्रतीक्षा माता-पिता की इकलौती संतान है। उसने बताया कि लगातार चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थी। प्रतीक्षा एग्रिको एल फोर क्रॉस रोड नम्बर 13 में रहती है। उसने कहा कि उसकी सफलता का श्रेय उसके अभिभावक और शिक्षकों को जाता है। वह मूल रूप से बहरागोड़ा की रहने वाली है। उसने देखा है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बेहतर इलाज नहीं मिल पाता है। इसके लिए उन्हें पैसे भी ज्यादा खर्च करने पड़ते हैं। डॉक्टर बनकर अपने पेशे के साथ गरीबों की सेवा को भी आधार बनाऊंगी। प्रतीक्षा के पिता सुमन मिश्रा ने बताया कि उन्होंने प्रतीक्षा पर पढ़ाई के लिए कभी दबाव नहीं बनाया। वह खुद से ही सजग है। उसे उसकी मेहनत का परिणाम मिला है। वह सिर्फ इंग्लिश की ट्यूशन करती थी। मेडिकल के लिए उसने कोचिंग संस्थान ज्वाइन किया। मां नीलिमा ने कहा कि उसे गर्व है कि उसकी बेटी है। बेटी ने जो कर दिखाया, शायद बेटा कर पाता।