मानसून में चलेगा एनजीटी का डंडा, 128 दिन रुकेंगे विकास कार्य
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) के निर्देश पर मानसून के दौरान बालू खदान और उठाव पर रोक लग जाने से सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में निर्माण कार्य लगभग 128 दिनों तक ठप हो जाएंगे। मानसून के दौरान 10...
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) के निर्देश पर मानसून के दौरान बालू खदान और उठाव पर रोक लग जाने से सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में निर्माण कार्य लगभग 128 दिनों तक ठप हो जाएंगे। मानसून के दौरान 10 जून से 15 अक्टूबर तक बालू खनन पर रोक रहेगी। ठेकेदारों ने रोक को देखते हुए बालू खनन की रफ्तार बढ़ा दी है। एक सप्ताह पहले से बड़े पैमाने पर मशीनों से बालू का खनन कर डंपिंग की गई। जिले में लगभग 40 बालू खदाने हैं, जिसमें से 32 बालू घाटों की नीलामी हुई है और 14 बालू घाटों पर खनन हो रहा है। मॉनसून में बालू नहीं मिलने से घर-मकान बनाने वाले और सरकारी योजनाओं में ठेकेदारी करने वाले लोग पहले से ही एडवांस बुकिंग कर अधिक से अधिक मात्रा में बालू स्टोर करने में लग गए हैं। बालू की कीमत में बढ़ोतरी का यह बड़ा कारण है। एनजीटी ने कहा कि इसे कड़ाई से लागू किया जाएगा। कामकाज होगा प्रभावित : सैकड़ों योजनाएं चल रही हैं, जिसमें निर्माण कार्य काफी हद तक प्रभावित हो जाएगा। योजनाओं में 14 सरकारी भवन, ग्रामीण इलाके में 64 पंचायत भवनों का निर्माण कार्य, 24 से अधिक छोटी बड़ी पीसीसी सड़कों का निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप होने की संभावना है। बहुत जरूरी होने पर निर्माण कार्य जारी रखने पर पांच से 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी आएगी। दो सौ हाउसिंग कॉलोनियों में निर्माण कार्य होगा ठप जमशेदपुर बिल्डर एसोसिएशन के नेता शिबू बर्मन की मानें तो शहर और आसपास के इलाके में छोटे-बड़ी लगभग दो सौ हाउसिंग प्रोजेक्ट पर काम चल रहे हैं, सभी जगहों पर निर्माण कार्य ठप हो जाएगा। निजी कंपनियों ने ठेकेदारों को दी है चेतावनी शहर की निजी कंपनियों ने अपने ठेकेदारों को पहले ही बालू स्टॉक रखने के निर्देश दे दिए थे। कंपनी का स्पष्ट निर्देश है कि एक महीना पहले से बालू उठाव बंद होने का आदेश जारी हुआ था, ऐसे में निर्माण कार्य प्रभावित होने पर बालू का बहाना नहीं चलेगा। पूर्वी सिंहभूम के जिला खनन पदाधिकारी वेंकटेश प्रसाद सिंह का कहना है कि एनजीटी का स्पष्ट निर्देश है कि मॉनसून के दौरान किसी भी तरह की बहानेबाजी नहीं चलेगी। बालू उठाव करते हुए पकड़े जाने पर गंभीर कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। इस मामले में प्रशासन को सख्ती बरने का आदेश है।