टाटा स्टील में 1019 कर्मचारियों को नहीं मिल रहा आरओ बेनीफिट
टाटा स्टील में छह अप्रैल तक वर्ल्ड क्लास मेंटिनेंस (डब्ल्यूसीएम) एरिया मैकेनिकल मेंटिनेंस के 737 और एरिया मैकेनिकल मेंटिनेंस के 382 कर्मचारियों का री-ऑर्गेनाइजेशन हुआ। लेकिन, 1019 कर्मचारियों को आरओ...
टाटा स्टील में छह अप्रैल तक वर्ल्ड क्लास मेंटिनेंस (डब्ल्यूसीएम) एरिया मैकेनिकल मेंटिनेंस के 737 और एरिया मैकेनिकल मेंटिनेंस के 382 कर्मचारियों का री-ऑर्गेनाइजेशन हुआ। लेकिन, 1019 कर्मचारियों को आरओ बेनीफिट का लाभ नहीं मिल रहा है। टाटा वर्कर्स यूनियन का सोमवार को माइकल जॉन सभागार में लाइम प्लांट से कमेटी मेंबर प्रदीप धीरज खालको ने यह मुद्दा उठाया। सवाल उठाया कि जब फील्ड मेंटिनेंस कर्मचारियों को इसका लाभ मिल रहा है तो एरिया मेंटिनेंस को इसका फायदा क्यों नहीं दिया जा रहा। उन्होंने 13 अप्रैल 2013 में हुए समझौते का हवाला दिया। इसके तहत नए व पुराने कर्मचारियों का रिक्त पदों पर नियोजन सहित एकमुश्त प्रमोशन का लाभ मिलना था। यह समझौता आजतक धरातल पर नहीं उतरा। इस पर अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद ने कहा कि इस पर जल्द प्रबंधन से बात होगी। इससे पहले बैठक में तीन माह के एकाउंट्स को पास किया गया। वहीं, दिवंगतों के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई। 5000 रिक्तियों को यूनियन ने किया सरेंडर : बैठक में कोक प्लांट से कमेटी मेंबर आरसी झा ने यूनियन नेतृत्व द्वारा 5000 रिक्तियों को यूनियन द्वारा सरेंडर करने पर सवाल उठाया। कहा कि किसी विभाग में स्टैंडर्ड फोर्स सौ है और एमओआर 80। यूनियन नेतृत्व वर्तमान एमओआर पर आरओ कराकर अपना पीठ थपथपा रही है। लेकिन, समझौते से यूनियन नेतृत्व ध्यान में रखे कि पिछला स्टैंडर्ड फोर्स कितना था। अगर यूनियन नेतृत्व इनमें से 2500 रिक्तियों पर कर्मचारी पुत्रों की बहाली कराते, तो यूनियन मजबूत होता। वहीं, उन्होंने कहा कि यूनियन नेतृत्व पिछली बार का चार्टर्ड ऑफ डिमांड सभी कमेटी मेंबरों के साथ साझा करे। मेडिकल एक्सटेंशन पर जो भ्रम की स्थिति है उसे दूर करे। ब्लॉक-1 से ब्लॉक-2 में जाने के लिए छह माह का जो ट्रेनिंग मॉड्यूल बना था। यूनियन नेतृत्व बताएं कि अब तक कितने कर्मचारियों को इससे प्रमोशन मिला। कमेटी मीटिंग में किसने क्या कहा ::: श्याम बाबू, एलडी-3 : टीआरएम में पैसा लगने के कारण काम रुका है। प्रबंधन का प्रस्ताव यूनियन के पास लंबित है। इसे जल्द सुलझाया जाए। दूसरे विभागों में समायोजन या प्रमोशन के बाद भी अपने विभाग ने रिलीज नहीं मिलने की समस्या है। सुब्रतो सिन्हा : आरएमएम : विभाग में आरओ नहीं हो रहा है, इसे जल्द से जल्द सुलझाया जाए। न्यू सीरिज के जिन कर्मचारियों ने आईटीआई किया है उन्हें ग्रुप-2 में प्रमोट किया जाए। प्रदीप कुमार, एसएमडी : स्टील वेज के कर्मचारियों की तरह एनएस ग्रेड कर्मचारियों को भी वेबर का लाभ मिले। हीरालाल, ईएमएस : चार्टर्ड ऑफ डिमांड पर सुझाव देने के लिए कमेटी मीटिंग बुलाई गई है। यूनियन नेतृत्व अपने स्तर से पहले ड्राफ्ट बनाए और उसमें कमेटी मेंबरों से सुझाव ले। नितेश राज : सीआरएम में ब्लॉक-1 और ब्लॉक-2 कर्मचारियों आईबी में कुछ समस्या है जिसे जल्द दूर किया जाए। एनएस ग्रेड कर्मचारियों के आईबी परप्वाइंट में बढ़ोतरी हो। एनएस व टी ग्रेड कर्मचारियों को ट्रेनिंग का लाभ मिले। साकची में टीआर टाइप क्वार्टरों को डबल करने पर प्रबंधन से वार्ता हो। जूनियर एसोसिएट कर्मचारियों को प्रमोशन व चार वर्षों में इंक्रीमेंट का लाभ मिले। कंपनी में इस वर्ष सम्मानजनक बोनस मिले। शैलेश सिंह एलडी-1 : मेडिकल एक्सटेंशन पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं होना चाहिए। पिछले वर्ष वार्षिक बोनस पर समझौता अच्छा नहीं हुआ था, इसे यूनियन नेतृत्व स्वीकार करें। पेट्रोल एलाउंस समझौता अब भी लंबित है, इसे जल्द सुलझाया जाए। हरिशंकर सिंह : एच फर्नेस : निलंबित कर्मचारियों पर अब तक पहल क्यों नहीं हो रही है? अधिकारियों को दोपहिया और चारपहिया के लिए अलग-अलग भत्ता। कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिले। अजय चौघरी, सीआरएम बारा : उनके विभाग का आईबी लंबित है इसे जल्द सुलझाया जाए। क्रेन ऑपरेशन पर यूनियन गंभीरता दिखाते हुए तय करें कि कोई क्रेन ऑपरेटर सरप्लस न हो। मनोहर मुखिया : जो कर्मचारियों के बच्चे टिस्को एडेड स्कूल में पढ़ते हैं, उन्हें ही 380 रुपये मासिक सब्सिडी मिलती है। कर्मचारी के बच्चे जहां पढ़े उन्हें इसका लाभ मिलना चाहिए। कर्मचारियों के बच्चों को नर्सरी से 12वीं तक इसका लाभ मिले। मेडिकल एक्सटेंशन रुकना नहीं चाहिए। दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था को मान्यता मिले। चलता रहेगा मेडिकल एक्सटेंशन : अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद ने कहा कि मेडिकल एक्सटेंशन चलता रहेगा। तीन माह में आरओ समझौता करने के बाद फिर इस पर प्रबंधन से बात होगी। कंपनी में पिछला बोनस समझौता गलत नहीं हुआ था।