जंगलों में आदिवासी समुदाय ने मनाया सेंदरा पर्व
पूर्वी सिंहभूम जिले के राजदोहा के जंगलों में आदिवासी समुदाय ने सेंदरा पर्व मनाकर अपनी परंपरा का निर्वाह किया। इधर, राखामाइंस के रेंजर अनिल चंद्र दास व उनकी टीम ने जंगलों की तलहटी में सेंदरा...
पूर्वी सिंहभूम जिले के राजदोहा के जंगलों में आदिवासी समुदाय ने सेंदरा पर्व मनाकर अपनी परंपरा का निर्वाह किया। इधर, राखामाइंस के रेंजर अनिल चंद्र दास व उनकी टीम ने जंगलों की तलहटी में सेंदरा वीरों के बीच इस पर्व को लेकर जागरूकता भी फैलायी। इसका असर दिखा और आदिवासियों ने रांगा पहाड़ में अपनी वर्षों पुरानी परंपरा का निर्वाह किया। इस सेंदरा पर्व में बच्चों से लेकर युवा व बुजुर्गों ने भी हिस्सा लिया। चांद-भैरव हूल गांवता पोटका की ओर से सेंदरा पर्व से पूर्व रांगा पहाड़ देवता की पूजा- अर्चना की गयी ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न घटे। इसके बाद आदिवासी समुदाय के लोग जंगल में शिकार को निकले। इस मौके पर सेंदरा वीर ने कहा कि सेंदरा पर्व में जीव-जंतु की हत्या करना पर्व का मकसद नहीं है। वे अपनी सदियों पुरानी परंपरा को निर्वाह करने के लिए प्रत्येक वर्ष आते हैं। इस परंपरा के जरिये अपनी पीढि़यों को परंपरा से अवगत कराना भी है। इस मौके पर जिला परिषद संजीव सरदार, मंगल मुर्मू, सुधीर सोरेन, हीरासिंह सरदार, सिन्धू किस्कू, रिजू महतो, मुखिया भागीरथ हांसदा, बप्पी नमाता, सोनाराम हांसदा, देवदास सोरेन, रामदास टुडू समेत काफी संख्या में ग्रामीणों ने सेंदरा पर्व में हिस्सा लेकर खुशियां मनाई।