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फिरौती के लिए चाचा ने मासूम को अगवा कर मार डाला

एक कलियुगी चाचा ने फिरौती के लालच में छह साल के सगे भतीजे की अपहरण के बाद हत्या कर दी। घटना गिरिडीह जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने अपहृत बच्चे का शव बिरनी के बरांय जंगल से सटी बराकर...

फिरौती के लिए चाचा ने मासूम को अगवा कर मार डाला
प्रतिनिधि,बिरनी गिरिडीहMon, 22 May 2017 08:50 PM
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एक कलियुगी चाचा ने फिरौती के लालच में छह साल के सगे भतीजे की अपहरण के बाद हत्या कर दी। घटना गिरिडीह जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने अपहृत बच्चे का शव बिरनी के बरांय जंगल से सटी बराकर नदी से बरामद किया है। शव को वहां गाड़ दिया गया था। इस मामले में मृतक बच्चे का सगा चाचा बाघमारा गांव निवासी नितिश कुमार बर्मा, उपेन्द्र बर्मा व बरांय गांव निवासी विकास बर्मा को गिरफ्तार किया गया है।  
क्या है मामला : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाघमारा गांव के बाबूचंद बर्मा का छह वर्षीय पुत्र उदय कुमार बर्मा और बिनोद बर्मा का पुत्र राहुल कुमार बर्मा अपने घर के बगल के खेत में काजू तोड़ रहे थे। सोमवार सुबह सात बजे उदय कुमार बर्मा का सगा चाचा नितिश कुमार बर्मा अपने सहयोगी उपेन्द्र कुमार बर्मा के साथ आया और राहुल को डराने-धमकाने लगा। राहुल वहां से भाग गया। उसके बाद उदय को लेकर उसका चाचा बिरनी के बरांय गांव पहुंच गया। यहां बरांय गांव के विकास बर्मा के सहयोग से नितिश बर्मा ने अपने सगे भाई बाबूचंद बर्मा से पांच लाख की फिरौती की मांग की।
पुलिस को दी सूचना: फिरौती की मांग करने के बाद घटना आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी। ग्रामीणों के सहयोग से बच्चे की तलाश शुरू की गई। अपहृत बालक उदय का सुराग नहीं मिलने के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस को इसकी सूचना दी। बिरनी, सरिया, मुफस्सिल पुलिस की टीम सुराग मिलने के बाद एसडीपीओ दीपक कुमार शर्मा के नेतृत्व में बिरनी के बरांय गांव में पहुंची। यहां ग्रामीणों के सहयोग से आरोपी विकास बर्मा, चाचा नितिश कुमार बर्मा और उपेन्द्र बर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में तीनों ने कबूला गुनाह : पुलिस की कड़ी पूछताछ में तीनों ने अपना गुनाह को कबूल कर लिया। बताया कि फिरौती नहीं मिलने और साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से उदय की हत्या कर दी गई है। आरोपियों के बताए स्थल पर पहुंची। बराकर नदी से अपहृत उदय का शव बरामद कर लिया गया। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी और बालू में गाड़ दिया गया था। इस संबंध में एसडीपीओ दीपक कुमार शर्मा ने कहा कि पुलिस अभी मामले की पड़ताल कर रही है।
हिस्सेदारी को लेकर भाई से था विवाद : बाधमारा के ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि बाबूचंद बर्मा और नितिश कुमार बर्मा भाई हैं। कुछ वर्षों से दोनों के बीच जमीन की हिस्सेदारी को लेकर विवाद चल रहा था। विवाद के कारण प्रतिशोध की भावना से ही घटना को अंजाम दिया गया है।
चाचा की इच्छा हत्या करने की नहीं थी : ग्रामीणों और पुलिस के सामने आरोपी चाचा ने बताया कि उसने हत्या के उद्देश्य से उदय का अपहरण नहीं किया था। बदले की भावना से भाई से फिरौती मांगने के लिए ऐसा किया। लेकिन सहयोगी विकास बर्मा और उपेन्द्र बर्मा ने डर और साक्ष्य छुपाने के लिए उसकी हत्या कर दी।
कुछ ही घंटे में खुलासा: कुछ ही घंटों में इस केस के खुलासे और गिरफ्तारी में सरिया एसडीपीओ दीपक कुमार शर्मा, सदर एसडीपीओ मनीष टोपो, इंस्पेक्टर राम नारायण चौधरी, कपिलदेव पोद्दार, एसआई मान कुमार, सरिया थाना प्रभारी सोनू चौधरी, सीओ इंदर कुमार की भूमिका रही।

 

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