बेरहमी: हैवानों ने नौवीं की छात्रा से किया रेप, पार की सारी हदें-वीडियो देखें
अस्पताल में मौत से जंग लड़ रही सुदामडीह की नौवीं की छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ था। गुरुवार की देर रात आनन-फानन में हुई मेडिकल जांच में इसकी पुष्टि होने की बात कही जा रही है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं...
अस्पताल में मौत से जंग लड़ रही सुदामडीह की नौवीं की छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ था। गुरुवार की देर रात आनन-फानन में हुई मेडिकल जांच में इसकी पुष्टि होने की बात कही जा रही है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि छात्रा के साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया है या उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। मेडिकल टीम ने नमूने ले लिए हैं। विस्तृत जांच के बाद पूरी स्थिति साफ होगी।
15 अगस्त को स्कूल में झंडोतोलन के बाद वापस लौटने के दौरान सुदामडीह थानाक्षेत्र में छात्रा के साथ हैवानों ने सारी हदें पार कर दीं। जांच में यह बात सामने आई है कि जोर-जबर्दस्ती के दौरान छात्रा के साथ वहशी क्रूरता से पेश आए। चाकू गोदने के साथ-साथ उसके साथ मारपीट की गई। वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। किसी तरह छात्रा ने अपनी जान बचाई। जांच रिपोर्ट ने पुलिसिया रवैए पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस लगातार कह रही थी कि छात्रा के साथ सिर्फ मारपीट हुई है। दुष्कर्म की बात से सिंदरी डीएसपी प्रमोद केसरी और सुदामडीह थानेदार किशुन दास इंकार करते रहे। बुधवार की शाम सुदामडीह थानेदार पीएमसीएच पहुंचे थे। इसके बाद थानेदार ने छात्रा का बयान लेने का दावा किया। बयान के आधार पर ही पुलिस ने मामला भी दर्ज किया। लेकिन मेडिकल नहीं कराया।
...तो दफन हो जाता राज
गुरुवार को रांची से पहुंची बाल संरक्षण आयोग की टीम ने छात्रा से बातचीत के बाद आशंका जता दी थी कि उसके साथ दरिंदगी हुई है। आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने बताया था कि छात्रा फिलहाल बोलने की स्थिति में नहीं है। लेकिन इशारे में वह जो बताना चाह रही है उससे स्पष्ट है कि उसके साथ गलत हुआ है। मेडिकल नहीं कराना समझ से परे है।
सुलगते सवाल
-जब सामूहिक दुष्कर्म की बातें सामने आईं तो पुलिस ने क्यों नहीं कराया मेडिकल
-छात्रा बोलने की स्थिति में नहीं है तो थानेदार ने कैसे और किसके सामने लिया बयान
-मेडिकल में रेप की पुष्टि हो गई तो थानेदार पर क्या होगी कार्रवाई