खुलासाः डबलू मिश्रा ने विनोद से कराई थी नीरज सिंह की रेकी
मृत्युंजय गिरि उर्फ डबलू मिश्रा के कहने पर विनोद सिंह ने नीरज सिंह की रेकी की थी। हत्या के दिन धनबाद से झरिया तक विनोद ने नीरज सिंह का पीछा किया था। विनोद ने पुलिस के समक्ष नीरज सिंह की रेकी की बात...
मृत्युंजय गिरि उर्फ डबलू मिश्रा के कहने पर विनोद सिंह ने नीरज सिंह की रेकी की थी। हत्या के दिन धनबाद से झरिया तक विनोद ने नीरज सिंह का पीछा किया था। विनोद ने पुलिस के समक्ष नीरज सिंह की रेकी की बात कबूल ली है। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसएसपी मनोज रतन चोथे ने यह खुलासा किया।
विनोद को पुलिस ने 24 जुलाई की रात झरिया घनुडीह ललित पेट्रोल पंप के बगल में स्थित उसके घर से उठाया था। विनोद सिंह मूल रूप से छपरा के खैरा थानाक्षेत्र के बलदू गांव का रहने वाला है। एसएसपी ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस हत्याकांड में रेकी करने वाले की तलाश शुरू से कर रही थी। मोबाइल कॉल रिकार्ड से पुलिस को विनोद पर शक हुआ था। 19 मार्च 2017 को डबलू मिश्रा ने विनोद को रेकी का जिम्मा सौंपा था। 20 मार्च को दिनभर विनोद नीरज सिंह का लोकेशन पता लगाता रहा, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। हत्या के दिन 21 मार्च को वह सुबह साढ़े नौ बजे घर से निकला। दोपहर दो बजे वह सरायढेला सिंह मेंशन के पास पहुंचा और नीरज सिंह के रघुकुल से निकलने की प्रतीक्षा करने लगा। शाम करीब चार बजे नीरज सिंह अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से निकले और झरिया की ओर जाने लगे। उसने डबलू को इसकी जानकारी दी और ऑटो से झरिया कतरास मोड़ पहुंचा। वहां नीरज सिंह के कार्यालय से निकलने का इंतजार करने लगा। शाम छह बजे जैसे ही नीरज सिंह अपने ऑफिस से निकले विनोद ने डबलू मिश्रा को फोन पर खबर दे दी। एसएसपी ने बताया कि शूटर चंदन सिंह उर्फ रोहित ने भी पुलिस को कई जानकारी दी है। पुलिस हत्या से जुड़े किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेगी।
शूटरों से सीधे संपर्क में था डबलू मिश्रा
विनोद सिंह से नीरज सिंह का लोकेशन लेकर पल-पल की खबर डबलू मिश्रा शूटरों को दे रहा था। पंकज सिंह ने शूटरों को डबलू से संपर्क के लिए एक मोबाइल दिया था। यह मोबाइल शिबू उर्फ सागर के पास था। डबलू इसी नंबर पर लगातार संपर्क में था। हत्या के बाद सागर ने इस मोबाइल को मिहिजाम के पास फेंक दिया था, जिसे पुलिस ने मिहिजाम की एक लड़की के पास से बरामद किया था।