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FRAUD: न्यूजीलैंड और कनाडा में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी

विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 300 से अधिक युवाओं को एक एजेंसी ने ठग लिया। बैंकमोड़ श्रीराम प्लाजा के चौथे तल पर चल रही भगवती इंटरनेशनल नामक एजेंसी पर युवाओं ने लाखों रुपए ऐंठ कर चंपत होने का...

FRAUD: न्यूजीलैंड और कनाडा में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी
वरीय संवाददाता,धनबादMon, 24 Jul 2017 11:02 PM
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विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 300 से अधिक युवाओं को एक एजेंसी ने ठग लिया। बैंकमोड़ श्रीराम प्लाजा के चौथे तल पर चल रही भगवती इंटरनेशनल नामक एजेंसी पर युवाओं ने लाखों रुपए ऐंठ कर चंपत होने का आरोप लगाया है। ठगी के शिकार 21 युवाओं ने संयुक्त हस्ताक्षर से बैंकमोड़ थाने में मामले की शिकायत की है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
झरिया निवासी रोशन कुमार ने पुलिस को बताया कि तीन माह पूर्व अखबार में विज्ञापन निकाल कर न्यूजीलैंड और कनाडा में फूड पैकर की नौकरी लगाने की बात कही गई थी। भगवती इंटरनेशनल के राहुल सिंह, सबरजीत सिंह और उसके सहयोगियों ने झांसा देकर धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, आसनसोल के आसपास के युवाओं को एकत्रित किया। हर अभ्यर्थी से 20 हजार 100 रुपए जमा कराए गए। एजेंसी मूल रूप से स्टडी वीजा, वर्ल्ड वाइड इमिग्रेशन और वर्क परमिट दिलाने का दावा कर रही थी। मई माह में युवाओं ने बारी-बारी से रुपए जमा कराए। ठगी का शिकार होने वालों में आसनसोल के संजय सरकार, धनबाद के सलीम अंसारी, विश्वनाथ राम और शेख सरफराज आदि शामिल हैं।
जमशेदपुर में ठगी पकड़े जाने पर खुली आंख
पिछले कुछ दिनों से लगातार राहुल सिंह युवाओं की आंखों में धूल झोंक रहा था। इसी बीच जमशेदपुर में ऐसी ही एक कंपनी पर रुपए लेकर भागने की खबरें अखबारों में छपी तो युवाओं की बेचैनी बढ़ गई। शनिवार को युवा भगवती इंटरनेशनल पहुंचे तो वहां ताला बंद देखा। सोमवार को सभी दोबारा ऑफिस गए तो पता चला कि एजेंसी के लोग ताला जड़कर फरार हो गए हैं। युवाओं की शिकायत पर पुलिस ने भी एजेंसी के दफ्तर में दबिश दी, लेकिन वहां कोई नहीं मिला।
नया बाजार मुस्कान कॉम्पलेक्स में कराया मेडिकल
वीजा के नाम पर आवेदन देने वाले युवाओं का नया बाजार मुस्कान कॉम्पलेक्स में स्थित हिन्दुस्तान डायनोस्टिक सेंटर में मेडिकल कराया गया था। हर प्रक्रिया के लिए युवाओं ने अलग-अलग पैसे लिए गए थे। भगवती इंटरनेशल में कुल 10 स्टॉफ कार्यरत थे। पैसा लेने से लेकर मेडिकल कराने तक सबका काम बंटा हुआ था।
तीन चरणों में वसूली रकम
अभ्यर्थियों ने पुलिस को बताया कि सबसे पहले उनका बायोडाटा लिया गया। उसी समय पेपर प्रोसेस करने के नाम पर 15 से 17 सौ रुपए लिए गए। एक महीने बाद मेडिकल के नाम पर सबसे 36-36 सौ रुपए लिए गए। इसके बाद एग्रिमेंट का बहाना बनाकर 15 हजार 800 रुपए के हिसाब से वसूला गया। रकम लेने के एवज में सिर्फ 15 हजार 500 रुपए की रशीद दी गई।
कहा गया-फ्लाइट का किराया देगी कंपनी
युवाओं के मन में लगातार सवाल उठ रहे थे कि न्यूजीलैंड और कनाडा जाने के लिए वीजा और फ्लाइट का भारी भरकम किराया कौन देगा। इस पर राहुल और सबरजीत उन्हें भरोसा दिला रहे थे कि सभी खर्च का वहन स्केंज फार्मिंग नामक न्यूजीलैंड की कंपनी उठाएगी। इस खर्चे की भरपाई बाद में उनके वेतन कटौती से कर ली जाएगी।

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