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बोकारो: स्कूल की छत से कूदी छात्रा को टीचर ने लपककर बचाया, खुद जख्मी

शहर के सेक्टर-5 स्थित गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल की 7वीं की छात्रा अर्चना पाल एक टीचर की प्रताड़ना से तंग आकर शुक्रवार की दोपहर स्कूल की तीसरी मंजिल से कूद गई। छात्रा को छलांग लगाते देख नीचे खड़े...

बोकारो: स्कूल की छत से कूदी छात्रा को टीचर ने लपककर बचाया, खुद जख्मी
प्रतिनिधि,बोकारोSat, 09 Sep 2017 12:09 AM
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शहर के सेक्टर-5 स्थित गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल की 7वीं की छात्रा अर्चना पाल एक टीचर की प्रताड़ना से तंग आकर शुक्रवार की दोपहर स्कूल की तीसरी मंजिल से कूद गई। छात्रा को छलांग लगाते देख नीचे खड़े शिक्षक अनिल कुमार ने उसे अपनी गोद में लपक लिया। ड्राइंग टीचर की सूझबूझ से छात्रा तो बच गई मगर टीचर खुद गंभीर घायल हो गया। टीचर की गर्दन में झटका गंभीर चोट लगने पर बीजीएच के आईसीसयू में भर्ती कराया गया है। छात्रा अर्चना को सामान्य स्थिति में लाने के लिए बीजीएच के न्यूरो वार्ड में भर्ती कराया गया है।
छात्रा की जुबानी : स्कूल की छत से कूदी छात्रा ने अपने बयान में कहा है कि स्कूल में इतिहास की शिक्षिका सुनीता कुमारी लगातार उसे प्रताड़ित कर रही हैं। वह कोई भी प्रोजेक्ट बनाकर ले जाती है, तो शिक्षिका उसे गलत ठहरा देती हैं। पूरी क्लास के सामने उसे नीचा दिखाती हैं। शिक्षिका से इस बर्ताब से वह तंग आ गई। सहने की क्षमता खत्म होने के बाद उसने अपनी जान देने की कोशिश की। अर्चना बारी को-ऑपरेटिव निवासी रेलकर्मी चंद्रशेखर पाल व मोनिका पाल की बेटी है।
पुलिस कार्रवाई : घटना की सूचना पाकर सेक्टर-6 थाना इंस्पेक्टर इंद्रासन चौधरी बीजीएच पहुंचे। उन्होंने छात्रा और जख्मी शिक्षक से घटना की जानकारी ली। इसके बाद जीजीपीस स्कूल जाकर पूछताछ की। स्कूल प्रबंधन से कहा कि छात्रा ने शिक्षिका पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। छात्रा के बयान की जांच कर दोषी टीचर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
स्कूल का पक्ष
इस मामले को लेकर जीजीपीएस की ओर से जांच कमेटी गठित की गई है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। शिक्षिका का कहना है कि उन्होंने किसी भी प्रकार से छात्रा को प्रताड़ित नहीं किया है।
-एस डे, प्रिंसिपल,जीजीपीएस,सेक्टर 5

आरोपी टीचर ने कहा
बच्ची पढ़ाई में अच्छी है। उसने ऐसा क्यों किया इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं। मैंने उसे कभी भी प्रताड़ित नहीं किया। -सुनीता, शिक्षिका,जीजीपीएस

और भी हैं मामले
स्कूली बच्चों की पिटाई और प्रताड़ना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल ही में सिटी थाना क्षेत्र के बीएसएल एलएच में कक्षा चार के छात्र राहुल का सिर शिक्षक ने लोहे के रॉड मारकर फोड़ दिया था। इसी तरह बीएसएल स्कूल सेक्टर-8 के प्राचार्य को छात्र को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में कोर्ट ने सजा सुनायी थी।

बच्चों को समझाएं
बच्चों को स्कूल में होनेवाली प्रताड़ना और परेशानी की बातें अपने माता-पिता को बतानी चाहिए। अभिभावकों को भी उनकी बातें गंभीरता से सुननी चाहिए। बच्चे के चिड़चिड़ेपन और असामान्य स्वभाव पर घरवाले पूछें जरूर। माता-पिता संयम रखते हुए स्कूल प्रबंधन या संबंधित शिक्षक से बात कर समस्या का समाधान करें।- -डॉ केएन ठाकुर, मनोचिकित्सक

 

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