'निर्भया' कभी बेचैन होती है तो कभी सिहर उठती है, एक आंख से बह रहे आंसू
दरिंदगी की शिकार नौवीं की छात्रा 'निर्भया' घटना की चर्चा होते ही सिहर उठती है। उसकी सांसें तेज हो जाती हैं। बेचैन नजरों से इधर-उधर देखने लगती है। उसके चेहरे पर खौफ साफ झलकता है। कभी अपनी दादी...
दरिंदगी की शिकार नौवीं की छात्रा 'निर्भया' घटना की चर्चा होते ही सिहर उठती है। उसकी सांसें तेज हो जाती हैं। बेचैन नजरों से इधर-उधर देखने लगती है। उसके चेहरे पर खौफ साफ झलकता है। कभी अपनी दादी का हाथ दबाने लगती है, तो कभी बेड को कसकर पड़ लेती है। एक आंख से आंसू बहने लगते हैं।
सुदामडीह में स्वतंत्रता दिवस समारोह से वापस अपने घर लौट रही इस छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। दरिंदों ने उसे रास्ते से अगवा कर घटना को अंजाम दिया था। छात्रा को मारने का भी प्रयास किया गया था। उसके सिर पर पत्थर और चाकू से प्रहार किए गए और गला दबाया गया। घटना के बाद से पांच दिनों से छात्रा पीएमसीएच में भर्ती है। सर्जिकल आईसीयू में उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टर उसकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
डॉक्टरों की मानें तो उसकी स्थिति में सुधार आया है, लेकिन अभी भी वो सामान्य नहीं हो पायी है। बात करने में उसे परेशानी हो रही है। छात्रा की दादी के अनुसार रह-रह कर वो रोने लगती है। कभी अचानक से डर जाती है।
एक आंख अभी तक बंद
गंभीर चोट लगने के कारण छात्रा की दायीं आंख अभी तक नहीं खुली है। बाईं आंख में भी परेशानी है। चेहर पर चाकू से प्रहार किया गया था। डॉक्टरों के अनुसार जख्म कुछ भरे हैं। धीरे-धीरे सुधार नजर आ रहा है। सोमवार को छात्रा के चेहरे पर लगे टांके काटे जाएंगे।