फसल बीमा कंपनी के कारण किसान आंदोलन की राह पर
टंडवा और हंटरगंज प्रखंड के बीमित किसानों का फसल बिमा में कटौती करने से किसानों में बीमा कंपनी के प्रति खासा नाराजगी है। डीसी के आदेश का भी बीमा कंपनी पालन नहीं कर रहा है। धान फसल जांच कटनी 2015-16 के...
टंडवा और हंटरगंज प्रखंड के बीमित किसानों का फसल बिमा में कटौती करने से किसानों में बीमा कंपनी के प्रति खासा नाराजगी है। डीसी के आदेश का भी बीमा कंपनी पालन नहीं कर रहा है। धान फसल जांच कटनी 2015-16 के अनुसार धान फसल क्षति प्रतिवेदन निवर्तमान डीसी द्वारा अपने हस्ताक्षर से भेजा था। बावजूद उसमें भी कटौती कर किसानों को दिया जा रहा है। शनिवार को दर्जनों किसानों ने डीसी से मिलकर इसकी शिकायत की। बताया गया कि वर्ष 2015-16 में फसल बीमा कराया गया था, उक्त वर्ष में वर्षा के नहीं होने के कारण झारखंड सरकार सुखाड़ क्षेत्र घोषित किया गया था। प्रत्येक प्रखंड के क्षति पूर्ति रिपोर्ट प्रखंड वार दिया गया। इसमें सिमरिया प्रखंड का क्षतिपूर्ति राशि 4498 रुपये है, जबकि टंडवा प्रखंड को मात्र 1190 और हंटरगंज का 639 रुपये दिये गये हैं। इस असमानता को देखते हुए किसान आक्रोशित हैं और क्षति पूर्ति राशि को सरकार को वापस करने की चेतावनी दे रहे हैं। डीसी को दिये पत्र में विजय कुमार पाठक, मुकेश महतो, सुबेशराम, मंगल देव, सकेंद्र महतो आदि शामिल थे।