आपबीती: स्वदेश लौटी भारतीय महिला का कटु अनुभव- 14 महीने तक सऊदी अरब में मुझे गुलाम बनाकर रखा गया
सऊदी अरब में 14 महीने के कटु अनुभव के बाद एक महिला जेसिनता मेनडोनका स्वेदश लौट आईं। महिला ने आरोप लगाया है कि वहां उन्हें घर में गुलाम की तरह काम करने के लिए मजबूर किया गया। मानव तस्करी की शिकार...
सऊदी अरब में 14 महीने के कटु अनुभव के बाद एक महिला जेसिनता मेनडोनका स्वेदश लौट आईं। महिला ने आरोप लगाया है कि वहां उन्हें घर में गुलाम की तरह काम करने के लिए मजबूर किया गया।
मानव तस्करी की शिकार 42 वर्षीया जेसिनता को मुंबई आधारित एक एजेंसी धोखे से सऊदी अरब ले गई। इस एजेंसी ने उन्हें कतर में एक अच्छी नौकरी दिलाने का वादा किया था। जेसिनता को सबसे पहले दुबई ले जाया गया। वहां से उन्हें कुछ बताए बिना सऊदी अरब ले जाया गया। वहां यानबु में घर में काम पर लगा दिया गया। उन्हें वहां 14 महीनों के लिए गुलाम की तरह बनाकर रखा गया।
जेसिनता ने आरोप लगाया, यानबु में मुझे नारकीय अनुभव का सामना करना पड़ा। मुझे नियोक्ता की मां, उसकी तीन पत्नियों और उनके बच्चों के तीन मकानों में दिन रात काम करना पड़ा। मेरे साथ जानवर की तरह व्यवहार किया गया। उन्होंने बताया कि नियोक्ता के बच्चे उसे गुलाम कह कर पुकारते थे। जेसिनता ने आरोप लगाया कि उन्हें घर तक ही कैद कर दिया गया था और बाहर जाने की इजाजत नहीं थी।
जेसिनता ने उडुपी के मानवाधिकार रक्षा फाउंडेशन को धन्यवाद दिया जिसने इस वर्ष अप्रैल में सऊदी अरब के एनआरआई फोरम के प्रमुख रोड्रिग्स से संपर्क किया।