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BRICS NSA बैठक: तनातनी के बीच चीन पहुंचे डोभाल, सिक्किम सीमा विवाद का निकल सकता है हल

सिक्कम सेक्टर में चीन और भारत के बीच गतिरोध के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल शुक्रवार को ब्रिक्स के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से...

BRICS NSA बैठक: तनातनी के बीच चीन पहुंचे डोभाल, सिक्किम सीमा विवाद का निकल सकता है हल
बीजिंग, एजेंसी Thu, 27 Jul 2017 09:39 AM
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सिक्कम सेक्टर में चीन और भारत के बीच गतिरोध के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल शुक्रवार को ब्रिक्स के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे।  

अधिकारियों ने यहां इसकी पुष्टि की कि ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका 'ब्रिक्स' के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बीजिंग में आयोजित बैठक में हिस्सा लेंगे और इसके साथ ही चीन के राष्ट्रपति शी से भी मुलाकात करेंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों का समूह  ब्रिक्स देशों से जुड़े सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत करने के लिए चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा। 

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वर्तमान में ब्रिक्स की अध्यक्षता चीन के पास है और वह 2017 में पांच सदस्यीय समूह का आगामी सितम्बर में शियामेन शहर में सम्मेलन आयोजित करने वाला है। शी के साथ अपनी मुलाकात से पहले उम्मीद है कि डोभाल सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में गतिरोध पर चर्चा करने के लिए चीन के स्टेट काउंसलर यांग जिएची से मुलाकात करेंगे। 

डोभाल और यांग दोनों भारत़़-चीन सीमा व्यवस्था के विशेष प्रतिनिधि हैं। चीन ने कहा है कि भारत जब तक विवादास्पद डोकलाम क्षेत्र से अपने सैनिकों को 'बिनाशर्त' वापस नहीं लेता तब तक उसके साथ कोई सार्थक बातचीत नहीं हो सकती।

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यद्यपि उसने स्वीकार किया कि कूटनीतिक रास्ते से बातचीत हो रही है। उसने साथ ही डोभाल और यांग के बीच बैठक का संकेत दिया। चीन और भारत के सैनिक ट्राईजंक्शन क्षेत्र में एक महीने से अधिक समय से आमने सामने हैं। यह गतिरोध तब शुरू हुआ था जब भारतीय सैनिकों ने चीन की सेना को क्षेत्र में एक सड़क निमार्ण करने से रोक दिया था।

चीन का दावा है कि वह अपने क्षेत्र में सड़क का निमार्ण कर रहा है। भारत ने इस आशंका के मद्देनजर निमार्ण कार्य रोका कि इससे चीन को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी।

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यद्यपि ब्रिक्स के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक दो दिन होनी है, इसे आखिरी दिन 28 जुलाई को ही मीडिया के लिए खोला जाएगा जब पांच देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी वैश्विक शासन, आतंकवाद निरोध, साइबर सुरक्षा और ऊर्जा सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय हॉटस्पॉटस, तथा राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास पर औपचारिक रूप से चर्चा करेंगे।

डोभाल और यांग के अलावा दक्षिण अफ्रीका के सुरक्षा मामलों के प्रभारी मंत्री डेविड महलोबो, ब्राजील के प्रेजीडेंसी के संस्थागत सुरक्षा कायार्लय के मंत्री सगर्यिो इचेगोयन, रूसी परिसं के सुरक्षा परिषद सेक्रेटरी निकोलई पात्रुशेव भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में हिस्सा लेंगे।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने सोमवार को कहा था कि चीन को उम्मीद है कि इस बैठक से ब्रिक्स देशों के साझा हितों के संरक्षण में मदद मिलेगी।  इसके साथ ही इससे राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने और समूह की एकता एवं प्रभाव को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी।

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