पेट के कैंसर के खतरे को कम करता है बैंगनी आलू: स्टडी
खान-पान में बैंगनी आलू और दूसरी रंगबिरंगी सब्जियां पेट के कैंसर और दूसरी आंतों से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है। भारतीय मूल के शोधकर्ताओं ने इसका दावा किया है। रंगबिरंगे पौधे जैसे...
खान-पान में बैंगनी आलू और दूसरी रंगबिरंगी सब्जियां पेट के कैंसर और दूसरी आंतों से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है। भारतीय मूल के शोधकर्ताओं ने इसका दावा किया है।
रंगबिरंगे पौधे जैसे बैंगनी आलू में एंथोसाइनिंस और फिनोलिक एसिड जैसे जैवसक्रिय यौगिक पाए जाते हैं जो कैंसर की रोकथाम में मददगार हैं। अमेरिका की पेन्सिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में खाद्य विज्ञान के सहायक प्रोफेसर जयराम वानामाला ने बताया कि शोधों से पता चला है कि ये दोधारी तलवार के समान है। एक तरफ ये जहां बीमारियों को बढ़ावा देता हैं वहीं गंभीर बीमारियों जैसे पेट के कैंसर में यह बहुत फायदेमंद साबित होता है।
प्रोफेसर जयराम वानामाला ने बताया कि शोध के दौरान पिग्स को उच्च कैलोरी डाइट सप्लीमेंट जिसमें बैंगनी आलू दिया गया। इसमें कम मात्रा में कोलोनिक मोकोसल इंटरल्यूकीन-6 (IL-6) था। कोलोनिक मोकोसल इंटरल्यूकीन-6 (IL-6) एक प्रोटीन है जो इन्फ्लमेशन में बहुत महत्वपूर्ण है। जबकि सुअरों के एक नियंत्रित ग्रुप को नॉर्मल खाना दिया गया।
उच्च मात्रा वाले IL-6 के स्तर को प्रोटीन से जोड़कर देखा जाता है, जैसे Ki-67 जो कैंसर की कोशिकाओं के फैलाने और उनकी वृद्धि का कारण है। इस शोध को 'न्यूट्रीशनल बॉयोकेमिस्ट्री' पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। प्रोफेसर ने बताया कि इन शोधों से पता चला कि मांस आधारित डाइट लेने के मुकाबले पौधों से जुड़ी डाइट लेने से पेट के कैंसर का खतरा कम होता है। प्रोफेसर जयराम वानामाला के अनुसार पश्चिमी देशों में पेट के कैंसर का खतरा काफी बढ़ गया है जो ज्यादा मांस और कम सब्जियों और फलों के लेने के कारण है। शोधकर्ताओं ने इस स्टडी में बैंगनी आलू का इस्तेमाल किया वहीं दूसरें रंग बिरंगे सब्जियां और फल भी काफी फायदेमंद होते हैं।