Health alert: खर्राटा आने लगे हैं तो हो जाएं सचेत, यहां पढ़ें खर्राटे से होने वाले नुकसान
नींद में आप खर्राटा लेते हैं। कम या अधिक यह मायने नहीं रहता है। अगर खर्राटा आने लगें हैं तो आप सचेत हो जाए। थोड़ी लापरवाही आपको दर्जनों बीमारी की चपेट में डाल सकती है। इसलिए सबसे पहले खर्राटे को आना...
नींद में आप खर्राटा लेते हैं। कम या अधिक यह मायने नहीं रहता है। अगर खर्राटा आने लगें हैं तो आप सचेत हो जाए। थोड़ी लापरवाही आपको दर्जनों बीमारी की चपेट में डाल सकती है। इसलिए सबसे पहले खर्राटे को आना बंद कीजिए। वरना अनिद्रा, बीपी, डायबिटीज, पेट की बीमारी सहित कई बीमारी की चपेट में आ जाएंगे।
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि खर्राटे की पहचान होने पर फौरन इलाज शुरू करवाना चाहिए। इसकी कई वजह है। उन वजहों को दूर करने से खर्राटा खुद व खुद दूर हो जाता है। मेडिकल टर्म में इसे स्लीप एपनिया भी कहते है।
खर्राटे की वजह
जुकाम आने पर भी गले या नाक में विकृति आने से खर्राटा आ सकता है।
गले में या नाक में इंफेक्शन जलन या सूजन से भी खर्राटा आता है।
मोटापा के कारण गले में मांस अधिक होने या टॉन्सिल की समस्या से भी खर्राटा आने लगता है।
खर्राटे से होने वाले नुकसान
नींद पूरी नहीं होने से एसिडिटी की समस्या रहते है। दिनभर पेट भारी बना रहता है।
खर्राटा भरने वाले चिड़चिड़े होते है। गुस्सैल हो जाते है। कुछ लोग डिप्रेशन तक में भी चले जाते है।
नींद पूरी नहीं होने से बीपी और डायबिटीज का खतरा अधिक रहता है।
दिन भर सिर भारी रहता है। किसी भी काम में मन नहीं लगता है।
गाड़ी पर चलने के दौरान ऐसे लोगों को नींद काफी आती है।