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Hindi Newsसेहत की बात: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जियेंगे 100 साल

सेहत की बात: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जियेंगे 100 साल

व्यायाम के वैसे तो कई फायदे हैं लेकिन हाल में आई शोध में सामने आया है कि यदि आप रोजाना थोड़ी कसरत करते हैं जो आप उम्र लंबी होती, क्योंकि कसरत करने से शरीर की कोशिकाएं ज्यादा सेहतमंद रहती हैं। यानी आप...

सेहत की बात: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जियेंगे 100 साल
लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीSun, 24 Sep 2017 08:12 PM
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व्यायाम के वैसे तो कई फायदे हैं लेकिन हाल में आई शोध में सामने आया है कि यदि आप रोजाना थोड़ी कसरत करते हैं जो आप उम्र लंबी होती, क्योंकि कसरत करने से शरीर की कोशिकाएं ज्यादा सेहतमंद रहती हैं। यानी आप आराम से 100 साल तक जीवित रह सकते हैं।

यह शोध चूहों में किया गया है। शोध में सामने आया कि जिन चूहों से रोज कुछ देर मेहनत कराई गई जिसे 'स्ट्रेस टेस्ट' नाम दिया गया। स्ट्रेस टेस्ट की पूरी प्रक्रिया को शोधकर्ताओं ने देखा और पाया कि कसरत करने वाले चूहों के शरीर की कोशिकाओं ने डैमेज्स हो चुके ऊतकों को और काम न कर रहे अन्य हिस्से को हटाकर मसल को सेहतमंद बना दिया।

माइटोकॉन्‍ड्रिया जिसे कोशिका का ऊर्जा घर कहते हैं इस दौरान पर्याप्त ईंधन पैदा करता है जिसे शरीर ठीक प्रकार से काम पाता है। वर्जीनिया यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसीन के शोधकर्ता जेन यान का कहना है कि एक्सरसाइज से शरीर मर चुकी कोशिकाओं और काम न कर रहे माइटोकान्ड्रिया की सफाई करता है और उसकी जगह पर नई कोशिकाएं तैयार होती हैं। यानी अगर आप बार बार व्यायाम करता हैं तो ये समझिए कि आपके शरीर की सफाई होती है। आप जितनी अच्छी एक्सरसाइज करेंगे आपके शरीर के मांस पेशियां उतनी ही सुदृढ़ होंगी।

यान के साथियों ने चूहों पर शोध के दौरान शरीर की मृत कोशिकाएं और माइटोकान्ड्रिया मिले। इन मरी हुई कोशिकाओं में उन्होंने 'पी मिटो टाइमर' नाम का एक तत्व चूहे शरी में इंजेक्ट किया इसके बाद पाया कि जिस कोशिका का माइटोकान्ड्रिया स्वस्थ्य है वह हरे रंग का है जो काम नहीं कर रहा वह लाल रंग का है। उन्होंने यह भी पाया कि जब कुछ कोशिकांए या उनका माइटोकान्ड्रिया काम करना बंद कर देता है और शरीर एक्सरसाइज करता है दौरान इन्हें निकाल कर बाहर करता है या फिर रिपेयर कर देता है।

शोधकर्ताओं को ये तमाम जानकारियां तब मिली जब कुछ चूहों को छोटी ट्रेडमील पर 90 मिनट तक दौड़ाया गया और फिर  6 घंटे बाद उनके शरीर का परीक्षण किया गया।

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