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चुनाव आयोग ने भाजपा को 'युवराज' शब्द इस्तेमाल करने की दी मंजूरी

गुजरात भाजपा अब चुनाव के दौरान पप्पू की बजाय युवराज शब्द इस्तेमाल कर पाएगी। चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद यह फैसला सामने आया है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें...

चुनाव आयोग ने भाजपा को 'युवराज' शब्द इस्तेमाल करने की दी मंजूरी
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीThu, 16 Nov 2017 06:07 PM
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गुजरात भाजपा अब चुनाव के दौरान पप्पू की बजाय युवराज शब्द इस्तेमाल कर पाएगी। चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद यह फैसला सामने आया है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें युवराज शब्द का संदर्भ दिया गया है जो जाहिर तौर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निशाना बनाता है। बता दें कि चुनाव आयोग ने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के एक इलेक्ट्रॉनिक विज्ञापन में 'पप्पू' शब्द के इस्तेमाल से भाजपा को रोक दिया था।

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युवराज शब्द का इस्तेमाल करने की चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद गुजरात भाजपा के फेसबुक पेज पर कल नया विज्ञापन जारी किया गया। जब भाजपा से यह पूछा गया कि क्या यह वही विज्ञापन है जिसमें आयोग ने भाजपा को पप्पू शब्द का इस्तेमाल करने से रोका था, तो भाजपा के प्रवक्ता हर्षद पटेल ने कहा, मुझे यह जानकारी नहीं है कि क्या जारी किया गया विज्ञापन वही है या नहीं।
  
सोशल मीडिया पर पप्पू शब्द का इस्तेमाल गांधी को निशाना बनाने के लिए किया जाता है जबकि भाजपा नेता कांग्रेस नेता पर  युवराज और शहज़ादा कह कर तंज कसते हैं।49 संकेड का वीडियो किराने की एक दुकान का है जिसमें दिखाया गया है कि एक व्यक्ति की आवाज़ आती है जो कहता है,   सर, सर। इसके बाद दुकानदार का सहायक कहता है, सेठ युवराज आया है। 
 
वीडियो में नजर नहीं आ रहे युवराज को दुकानदार अपने जवाब में कहता है कि वह उन्हें दुकान से कोई भी सामान दे देगा लेकिन वोट नहीं देगा क्योंकि कांग्रेस के पिछले शासन में हुए दंगों के दौरान उसकी दुकान को जलाया गया था।
वीडियो में दुकानदार की पत्नी कहती है कि वे वोट सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देंगे। भाजपा और विपक्षी कांग्रेस सोशल मीडिया पर मजाकिया विज्ञापनों के जरिये एक दूसरे को निशाना बना रहे है।

गुजरात में नौ और 14 दिसंबर को मतदान होना है। इससे पहले, चुनाव आयोग ने भाजपा को एक इलेक्ट्रॉनिक विज्ञापन में पप्पू शब्द का इस्तेमाल करने से रोक दिया था और इसे अपमानजनक बताया।

भाजपा ने हालांकि कहा था कि विज्ञापन की पटकथा में शामिल शब्द का किसी व्यक्ति विशेष से कोई संबंध नहीं है।

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