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जियो का धमाका: 91 फीसदी वाईफाई डेटा कार्ड बाजार पर कब्जा

इंटरनेट डेटा सस्ता होने तथा वाईफाई प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग के बीच देश के वाईफाई डेटा कार्

लाइव हिन्दुस्तान, दिल्ली Thu, 31 Aug 2017 10:12 PM
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91 फीसदी वाईफाई डेटा कार्ड बाजार पर कब्जा

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इंटरनेट डेटा सस्ता होने तथा वाईफाई प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग के बीच देश के वाईफाई डेटा कार्ड बाजार में उछाल आया है। इस साल की दूसरी तिमाही में भारत में 40 लाख से अधिक वाईफाई डेटा कार्ड बिके और इसमें भी 97 फीसदी कार्ड 4जी प्रौद्योगिकी वाले रहे। शोध संस्थान साइबर मीडिया रिसर्च सीएमआर इंडिया की एक रपट के अनुसार आलोच्य तिमाही में डेटा कार्ड बाजार में रिलायंस जियोफाई का हिस्सा सबसे अधिक 91 प्रतिशत रहा। इसमें कहा गया है कि वाईफाई डेटा कार्ड की बिक्री में यह तेजी कुछ हद तक ब्रॉडबैंड उपयोक्ताओं की संख्या व राउटर जैसे उपकरणों की बिक्री को प्रभावित कर सकती है। इसके साथ माईफाई (सिम से चलने वाले डेटा कार्ड) आने वाले समय में देश में डिजिटलीकरण में बड़ी भूमिका निभा सकता है।
 
सीएमआर इंडिया ने अपने अध्ययन में कहा है कि वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में भारतीय डेटा-कार्ड बाजार 16 प्रतिशत बढ़कर 40 लाख इकाई से अधिक हो गया। सालाना आधार पर इसमें 614 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी देखने को मिली। सीएमआर की डेटा-कार्ड बाजार के बारे में मासिक रपट के अनुसार 2017 की पहली तिमाही में यह संख्या लगभग 34 लाख रही थी। इसके अनुसार आलोच्य तिमाही में देश में बिके कुल डेटा कार्ड में 4जी प्रौद्योगिकी वाले कार्ड का हिस्सा 97 प्रतिशत रहा और इसमें 17 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं इस दौरान 3जी प्रौद्योगिकी आधारित डेटा कार्ड की बिक्री में 61 प्रतिशत गिरावट आई।

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 इस रिपोर्ट में इंटरनेट डेटा कार्ड में बदलाव का श्रेय नयी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो को दिया गया है। इसके अनुसार आलोच्य तिमाही में डेटा कार्ड बाजार में रिलायंस जियोफाई की हिस्सेदारी 91 प्रतिशत रही। जबकि दूसरे पायदान पर हुआवेई की बाजार भागीदारी 3 प्रतिशत रही। इसके अनुसार रिलायंस जियो की मजबूत वृद्धि, शुरुआती दौर की निशुल्क सेवाओं व प्रतिस्पर्धी कीमत ने जियोफाई को बाजार में पैर जमाने में मदद की। इस अवधि में सबसे तेज बिकने वाले तीन माईफाई उपकरणों में क्रमश एम2एस, जेएमआर1140 व जियोफाई रहे।
 
उल्लेखनीय है कि माईफाई के जरिए वाईफाई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए मोबाइल, टेबलेट व कंप्यूटर जैसे कई उपकरणों पर एक साथ इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि माईफाई का इस्तेमाल अब महानगरों के बाद दूरदराज के गांवों तक होने लगा है। इसका असर राउटर बाजार पर भी पड़ा है। सीएमआर के विश्लेषक नरिंदर कुमार के विशेषकर जियोफाई से घरेलू राउटर बाजार भी प्रभावित हुआ है। हमारे शुरुआती आकलन के अनुसार प्रमुख शहरों में इसकी बिक्री 60-70 प्रतिशत घटी है। यह असर आने वाली तिमाहियों में भी बने रहने का अनुमान है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर स्पीड व गुणवत्ता वाली इंटरनेट सेवाओं के साथ माईफाई के बढ़ते इस्तेमाल से विशेषकर गैर महानगरीय शहरों में बीएसएनएल जैसी दूरसंचार कंपनियों के ब्रॉडबैंड ग्राहक आधार भी प्रभावित हो सकता है।

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