जर्मनी ने बच्चों की स्मार्टवॉच पर लगाया प्रतिबंध
रंग-बिरंगी और डिजिटल नंबर दिखने वाली स्मार्टवॉच बच्चों को काफी पसंद आती है मगर क्या आप जानते हैं कि जर्मनी की टेलिकॉम अथॉरिटी फेडरल नेटवर्क एजेंसी ने शुक्रवार को बच्चों के लिए बिकने वाली स्मार्टवॉच...
रंग-बिरंगी और डिजिटल नंबर दिखने वाली स्मार्टवॉच बच्चों को काफी पसंद आती है मगर क्या आप जानते हैं कि जर्मनी की टेलिकॉम अथॉरिटी फेडरल नेटवर्क एजेंसी ने शुक्रवार को बच्चों के लिए बिकने वाली स्मार्टवॉच पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वह अपने बच्चों के हाथ पर बंधी स्मार्टवॉच को उतार दें और उसे तोड़ दें। एजेंसी ने इसे 'सुनने वाली प्रतिबंधित डिवाइस' की श्रेणी में रखा है जो प्राइवेसी के लिए खतरा बन सकती है।
अथॉरिटी फेडरल नेटवर्क एजेंसी के मुताबिक यह डिवाइस आस-पास होने वाली बातों को रिकॉर्ड करती है और वो भी बिना किसी जानकारी के। बच्चों के स्मार्ट डिवाइस यानी स्मार्टवॉच, कैमरा और अन्य खिलौने जिनमें इंटरनेट होता है, वे जानकारी को इकट्ठा करते हैं और उसे थर्ड पार्टी तक पहुंचाते हैं। स्मार्टवॉच लगातार कैमरा, माइक्रोफोन और जीपीएस का इस्तेमाल करती है जिस वजह से कोई अन्य व्यक्ति माता-पिता की रियल टाइम लोकेशन जानकर उन्हें हानि पहुंचा सकता है। यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देने के जैसा है जिसको लेकर जर्मन एजेंसी गंभीर है।
इससे पहले गुड़िया पर लगा था प्रतिबंध
फेडरल नेटवर्क एजेंसी ने ऐसा पहली बार नहीं किया है कि बच्चों के किसी डिवाइस पर प्रतिबंध लगाया हो। एक साल पहले इस एजेंसी ने 'माई फ्रेंड कायला' नाम की स्मार्ट डॉल पर प्रतिबंध लगाया था। एजेंसी ने इस गुड़िया पर संदेह व्यक्त किया था कि इसमें मौजूद कैमरा बच्चों और अभिभावक की जानकारी थर्ड पार्टी तक पुहंचा रहा है। इससे लोगों की निजी जिंदगी में दखलअंदाजी हो रही है।