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पुण्यतिथि: पूरी जिंदगी कुंवारे ही रहे संजीव कुमार, ये थी वजह...

बॉलीवुड में संजीव कुमार का नाम मंझे हुए कलाकारों में से लिया जाता है। संजीव कुमार ने अपनी पूर

लाइव हिन्दुस्तान टीम दिल्लीMon, 6 Nov 2017 07:05 PM
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1976 में पहली बार आया था हार्ट अटैक

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बॉलीवुड में संजीव कुमार का नाम मंझे हुए कलाकारों में से लिया जाता है। संजीव कुमार ने शादी नहीं की थी। उन्होंने अपनी पूरी लाइफ कुंवारे रहकर ही काटी। 1973 में उन्होंने बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी को प्रपोज किया था, लेकिन उन्होंने बॉलीवुड के ठाकुर 'संजीव कुमार' के रिश्ते को ठुकरा दिया और संजीव कुमार इस सदमे से उम्रभर बाहर नहीं निकल पाए। और इसके के चलते उन्हें 1976 में पहली बार हार्ट अटैक आया था और आज ही के दिन 1985 में संजीव कुमार को दूसरा हार्ट अटैक आया जिसे वह झेल नहीं पाए और 47 साल की उम्र में ही उनका देहांत हो गया।  

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मुंबई में 09 जुलाई 1938 को एक मध्यम वर्गीय गुजराती परिवार में जन्मे संजीव कुमार बचपन से ही फिल्मों में नायक बनने का सपना देखा करते थे। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने फिल्मालय के एक्टिंग स्कूल में दाखिला लिया। वर्ष 1962 में राजश्री प्रोडक्शन की निर्मित फिल्म 'आरती' के लिए उन्होंने स्क्रीन टेस्ट दिया, जिसमें वह पास नहीं हो सके। संजीव कुमार को अभिनेता के रूप में सबसे पहले 1965 में प्रदर्शित फिल्म 'निशान' में काम करने का मौका मिला।

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साल 1960 से 1968 तक संजीव कुमार फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करते रहे। साल 1972 मे प्रदर्शित फिल्म 'कोशिश' में उनके अभिनय का नया आयाम दर्शकों को देखने को मिला। इस फिल्म में गूंगे की भूमिका निभाना किसी भी अभिनेता के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी। बगैर संवाद बोले सिर्फ आंखों और चेहरे के भाव से दर्शकों को सब कुछ बता देना संजीव कुमार की अभिनय प्रतिभा का ऐसा उदाहरण था, जिसे शायद ही कोई अभिनेता दोहरा पाए। इस फिल्म में उनके लाजवाब अभिनय के लिए उन्हें दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया।

हेमा मालिनी को किया था प्रपोज

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अपने छोटे से करियर में संजीव कुमार के कई किस्से आज भी लोगों की जुबान पर सुनने को मिल जाते हैं। ऐसा ही एक किस्सा है संजीव कुमार और नूतन का। नूतन अकसर शूटिंग के दौरान अपने को-स्टार्स और सेट पर मौजूद लोगों से कम बात किया करती थीं। लेकिन जब संजीव कुमार और नूतन फिल्म 'देवी' के लिए शूटिंग कर रहे थे, तो दोनों आपस में काफी अच्छे दोस्त बन गए थे और खूब बातें करने लगे थे। इन दोनों की दोस्ती को मीडिया में और नमक-मसाला लगाकर परोसा जाने लगा।

इस कराण नूतन की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों ही खराब होने लगीं। इसी टेंशन के चलते उन्होंने संजीव कुमार को एक थप्पड़ तक जड़ दिया था। दरअसल, हुआ यूं कि संजीव कपूर फिल्म के सेट पर मीडिया से घिरे बैठे थे, नूतन को लगा कि वह फेम के लिए नूतन के साथ अपना नाम जोड़ रहे हैं और उन्होंने बिना कुछ पूछे और सुने संजीव कुमार को थप्पड़ लगा दिया। हालांकि, बाद में पूरी बात पता चलने पर उन्होंने संजीव से माफी भी मांगी थी।  

दो बार मिला फिल्मफेयर अवॉर्ड

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करियर के शुरुआती दौर में संजीव कुमार को 22 साल की उम्र में ही बुढ़े का रोल मिल गया था। उस समय संजीव कुमार थिएटर किया करते थे। और उसके बाद उन्होंने फिल्म 'हम हिन्दुस्तानी' से डेब्यू किया था। लेकिन हीरो के तौर पर संजीव की पहली फिल्म निशान थी। संजीव कुमार के अभिनय की विशेषता यह रही कि वह किसी भी तरह की भूमिका के लिए सदा उपयुक्त रहते थे। संजीव कुमार दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किए गए हैं। अपने दमदार अभिनय से दर्शकों में खास पहचान बनाने वाला यह अजीम कलाकार 6 नवंबर 1985 को इस दुनिया को अलविदा कह  गए। 

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