Hindi Newsएंटरटेनमेंट न्यूज़ nawazuddin siddiqui now dont have fear of failure

अपनी जिंदगी के इस खास मुकाम पर पहुंचकर नवाजुद्दीन बोले-इतना कुछ देख लिया कि अब...

बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके नवाजुद्दीन सिद्दिकी फिल्मों में अभिनय करने की चाह और 2,500 रुपये के साथ सपनों की नगरी मुंबई आए थे, लेकिन इस बेदर्द शहर ने शोहरत और कामयाबी के बदले में इस...

हिन्दुस्तान टीम नई दिल्लीFri, 21 July 2017 10:23 PM
हमें फॉलो करें

बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके नवाजुद्दीन सिद्दिकी फिल्मों में अभिनय करने की चाह और 2,500 रुपये के साथ सपनों की नगरी मुंबई आए थे, लेकिन इस बेदर्द शहर ने शोहरत और कामयाबी के बदले में इस बेहतरीन अभिनेता के सब्र का इतना इम्तिहान लिया कि वह हर तरह के हालात का बेखौफ मुकाबला करना सीख गया।
     
नवाज ने हाल ही में पीटीआई से बात करते हुए अपनी जिंदगी के कुछ किस्से शेयर करते हुए कहा, 'मैं अपनी जिंदगी में पहले ही काफी कुछ देख चुका हूं। मैंने वो वक्त भी देखा है जब मेरी जेब में एक फूटी कौड़ी नहीं हुआ करती थी और मैं 2-3 साल तक इस तरह के बुरे हालात में रहा हूं। एक दोस्त के यहां दोपहर का खाना खाया करता था और रात का खाना एक और मेहरबान दोस्त खिला दिया करता था, सिगरेट की तलब लगती तो एक और दोस्त काम आता था।

उन्होंने कहा, 'मैं 2,500 रपये के साथ मुंबई आया था। अगर फिर कभी ऐसे हालात बने कि मेरे पास सिर्फ 2,500 रपये बचे तो मैं इसे नाकामी नहीं समझूंगा। इस शहर ने मुझे बेखौफ होकर हर हालात का मुकाबला करना सिखा दिया है।

 नवाज ने आगे बताया कि संघर्ष के दिनों में उन्हें कई बार मुंबई छोड़कर चले जाने का मन होता था, लेकिन वापस जाना भी तो कोई हल नहीं था इसलिए किसी तरह अपने सपनों को थामे रहे। उन्होंने कहा, '12 साल तक मैं इंतजार करता रहा लेकिन यह मेरी मर्जी थी। मैंने रुकना और कोशिश करते रहना चुना। मैं अभिनेता बनने के अपने ख्वाब को साकार करने के लिए सभी तकलीफों से गुजरने को तैयार था। ऐसे मौके भी आए जब लगा मुंबई छोड़ दूं। मैं अपने गांव नहीं लौटना चाहता था क्योंकि लोगों ने मुझसे पहले ही कहा था कि मैं अभिनेता नहीं बन सकता । दिल्ली लौटना भी मुमकिन नहीं था क्योंकि एनएसडी के मेरे क्लासमेट कहते आ गया तू भी वापस।'
      
कई फिल्मों में बहुत छोटे रोल करने के बाद नवाज ने आखिरकार अपनी पहचान बनाई और उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। हालांकि उनका कहना है कि सफलता से उन्हें बहुत ज्यादा कोई फर्क नहीं पड़ा। उन्होंने कहा, 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के बाद मैं लगातार मसरूफ हूं। मेरे पास बैठकर अपनी कामयाबी या स्टारडम का एनालाइस करने का वक्त नहीं है।

नवाज ने कहा कि पैसा और शौहरत कमाना उनका मकसद नहीं है इसलिए उसे खोने का डर उन्हें नहीं है। 'मेरे लिए पैसा नहीं वह तजुर्बा मेरी ताकत है, जो मैंने अपने संघर्ष के दौर में हासिल किया। मैंने जो हासिल किया है वह मेरी उम्मीद से बहुत ज्यादा है।

लेटेस्ट Hindi News, Entertainment News के साथ-साथ TV News, Web Series और Movie Review पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।
ऐप पर पढ़ें