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Hindi News क्रिकेटB'DAY SPL: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की पहली टेस्ट जीत का हीरो था यह धाकड़ बल्लेबाज, पूरे करियर में नहीं लगाया एक भी छक्का

B'DAY SPL: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की पहली टेस्ट जीत का हीरो था यह धाकड़ बल्लेबाज, पूरे करियर में नहीं लगाया एक भी छक्का

इन दिनों क्रिकेटर छक्कों की हैट्रिक लगाकर नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है

Shilpaलाइव हिन्दुस्तान टीम ,दिल्लीTue, 26 Sep 2017 04:10 PM

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मांजरेकर ने निभाया है अहम रोल

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मांजरेकर ने निभाया है अहम रोल1 / 2

इन दिनों क्रिकेटर छक्कों की हैट्रिक लगाकर नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है क्रिकेट में कोई ऐसा भी खिलाड़ी हो सकता है जो बिना छक्कों के ही स्पेशल रिकॉर्ड बना ले। जी हां, ऐसे एक खिलाड़ी रह चुके हैं भारत के पूर्व क्रिकेटर विजय मांजरेकर। इनका जन्म 26 सितंबर 1931 को हुआ था। मांजरेकर अपने जमाने के बेस्ट बल्लेबाजों में गिने जाते थे। तेज से तेज गेंदबाजों को खेलने में माहिर मांजरेकर ने भारत की ओर से कुछ यादगार पारियां खेली हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की पहली टेस्ट जीत में मांजरेकर ने अहम रोल निभाया था।

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उन्होंने 55 टेस्ट मैच में 39.12 की औसत से 3208 रन बनाए, इस दौरान उनके बल्ले से सात सेंचुरी और 15 हाफसेंचुरी निकली। मांजरेकर के बेटे संजय मांजरेकर ने भी भारत के लिए इंटरनेशनल मैच खेले हैं। बाप-बेटे की इस जोड़ी ने भारत के लिए 92 टेस्ट मैचों में 5,251 रन बनाए हैं।

आगे की स्लाइड में जानें विजय मांजरेकर से जुड़े फैक्ट्स...

 

रणजी में मांजरेकर छह अलग टीमों के लिए खेल चुके हैं

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1- विजय मांजरेकर के बारे में एक बार भारत के पूर्व स्पिनर ईएएस प्रसन्ना ने कहा था कि वो सुनील गावस्कर और गुंडप्पा विश्वनाथ को मिक्सचर हैं। रणजी में राजस्थान और मैसूर के बीच मैच में मांजरेकर ने 175 रनों की पारी खेली थी। इस मैच में गेंद काफी टर्न हो रही थी, बावजूद इसके मांजरेकर ने स्पिनरों की गेंद पर लेट कट खेले और आराम से ये रन बनाए। इस पारी के बाद प्रसन्ना ने कहा था कि मांजरेकर ने गावस्कर के डिफेंस और विश्वनाथ के शॉट्स के साथ ये पारी खेली। यानी कि गावस्कर+विश्वनाथ= मांजरेकर।

2- मांजरेकर अगर टी-20 जमाने में होते तो शायद ही इतना कामयाब बल्लेबाज बनते। उनके नाम पर बिना एक भी छक्का जड़े टेस्ट में 3208 रन बनाने का अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है। उनका ये रिकॉर्ड 2013 में इंग्लैंड के बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने तोड़ा। ट्रॉट के नाम टेस्ट क्रिकेट में बिना एक भी छक्का जड़े 3835 रन दर्ज हैं।

3- रणजी में मांजरेकर छह अलग टीमों के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने बॉम्बे, बंगाल, आंध्रा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र की ओर से रणजी मैच खेले हैं।

4- मांजरेकर ने सात इंटरनेशनल सेंचुरी जड़ी हैं, जिसमें से आखिरी सेंचुरी उन्होंने अपने आखिरी टेस्ट में जड़ी। न्यूजीलैंड के खिलाफ करियर के आखिरी टेस्ट में उन्होंने 102 रनों की पारी खेली थी। करियर के अंत में उनका वजन अचानक से बढ़ा था, जिसका असर उनकी टेकनीक और फुटवर्क पर भी पड़ा। इसके अलावा मांजरेकर ने 1964-65 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली पहली टेस्ट जीत में 59 और 39 रनों की अहम पारियां खेली थी। भारत ने ये मैच दो विकेट से जीता था। मैच बॉम्बे (अब मुंबई) में खेला गया था।

5- 18 अक्टूबर 1983 को मांजरेकर ने अपनी आखिरी सांस ली। 52 वर्ष की उम्र में उनका निधन हुआ। मांजरेकर मद्रास (अब चेन्नई) में एक स्पोर्ट्समेन गैदरिंग में गए थे, जहां उनका निधन हो गया।