10 संस्थानों को मिली विदेशी छात्रों का दाखिला लेने की आजादी
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) ने इंस्टीट्यूशन ऑफ इमिनेंस के लिए बनाए गए नियमों में बदलाव करते हुए उन्हें अधिक विदेशी छात्रों का दाखिला लेने की आजादी दे दी है। यूजीसी ने इन 10 संस्थानों को...
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) ने इंस्टीट्यूशन ऑफ इमिनेंस के लिए बनाए गए नियमों में बदलाव करते हुए उन्हें अधिक विदेशी छात्रों का दाखिला लेने की आजादी दे दी है। यूजीसी ने इन 10 संस्थानों को बिना सरकारी अनुमति के फीस तय करने, विदेशी शैक्षणिक संस्थानों से गठजोड़ करने और अधिक विदेशी छात्रों का दाखिला लेने के लिए आजादी दी है।
मेरिट के आधार पर मिलेगा दाखिला
10 इंस्टीट्यूशन ऑफ इमिनेंस को अपने मुताबिक विदेशी छात्रों का दाखिला लेने की आजादी होगी। हालांकि , विदेशी छात्रों को मेरिट के आधार पर दाखिला दिया जाएगा। यूजीसी के अनुसार इन संस्थानों में स्थानीय छात्रों की संख्या का 30 फीसदी हिस्सा ही विदेशी छात्रों का होगा। इन संस्थानों को वैसे ही विदेशी संस्थानों से गठजोड़ करने के लिए अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी जो ग्लोबल रैंकिंग में शीर्ष 500 की सूची में शामिल हैं। वैसे देश से गठजोड़ करने की अनुमति नहीं होगी जो भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा नेगेटिव लिस्ट में रखे गए हैं। ये संस्थान अपने तय कोर्सों के अलावा और भी नए क्षेत्रों से संबंधित कोर्स ऑफर कर सकेंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार ये संस्थान तकनीकी, मैनेजमेंट, आर्ट्स और केंद्रीय संस्थानों का मिक्स होंगे। इन संस्थानों की लिस्ट में क्वालिफाई करने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूशन रैंकिंग फ्रेमवर्क की लिस्ट में शीर्ष 50 में जगह बनानी होगी।