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चार व्यक्तित्व

पोलैंड के लोगों को लेकर एक मजाक प्रचलित है, जो मैनेजमेंट के प्रशिक्षण में अक्सर सुनाया जाता है। एक कंपनी में चार अफसर थे, जिनका नाम था- एवरीबडी, समबडी, एनीबडी, नोबडी। इसका अनुवाद ठीक नहीं लगेगा।...

चार व्यक्तित्व
अमृत साधनाSun, 16 Jul 2017 10:50 PM
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पोलैंड के लोगों को लेकर एक मजाक प्रचलित है, जो मैनेजमेंट के प्रशिक्षण में अक्सर सुनाया जाता है। एक कंपनी में चार अफसर थे, जिनका नाम था- एवरीबडी, समबडी, एनीबडी, नोबडी। इसका अनुवाद ठीक नहीं लगेगा। कंपनी में एक महत्वपूर्ण काम करना था, जो इन चारों को दिया गया। काम नियत समय में ही पूरा करना था। लेकिन हुआ यह कि एवरीबडी ने सोचा कि समबडी यह काम करेगा। वैसे काम इतना आसान था कि एनीबडी भी इसे कर सकता था, लेकिन नोबडी ने यह किया, अर्थात किसी ने नहीं किया। न केवल पोलिश, बल्कि आमतौर पर सभी लोग इसी तरह सोचते हैं। यह कहानी एक मनोवैज्ञानिक प्रतीक है। ये चार लोग चार व्यक्तित्व की तरह हैं। हर व्यवसाय में, हर परिवार में ये चार व्यक्तित्व होते हैं, इसीलिए कोई योजना सफल नहीं होती।

सफलता पानी हो, तो सबसे बड़ा गुण है, जिम्मेदारी लेना। कहानी में हर कोई अपनी जिम्मेदारी दूसरों पर डाल रहा है, इसलिए वे सफल नहीं हुए। जिम्मेदारी जोखिम है, आप जीत के जिम्मेदार होते हैं और हार के भी। हार की जिम्मेदारी उठाने के लिए बहुत आत्मबल होना चाहिए। मित्रों की नजरों में आपकी इज्जत कम होगी, अधिकारी आपको दोषी ठहराएंगे, आप खुद हतोत्साहित होंगे। मगर यह एक आग पैदा करता है, जिसमें जलकर आप उभरे तो फीनिक्स पक्षी की तरह ऊपर उठने की कला सीखेंगे। असफलता का डर निकल गया, तो आप विकास के कई आसमान पार कर सकते हैं। जिम्मेदारी जिस तरह काम की होती है, उसी तरह रिश्ते निभाने की भी होती है। यह थोड़ी भावनात्मक, कुछ नाजुक है, फिर भी आप ऐसे रिश्ते कायम कर सकते हैं, जो जीवन में दूर तक साथ निभाएंगे।

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