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सीवान शहर में चुनावी रंजिश में उपद्रव

सीवान नगर परिषद चुनाव का परिणाम आने के बाद ही विजयी व पराजित प्रत्याशी बौखला गए। वे एक दूसरे गुट के लोगों पर हमला करने लगे। इससे जहां शेख मोहल्ला में रेशमा खातून के रिश्तेदार सोनू की हत्या कर दी...

सीवान शहर में चुनावी रंजिश में उपद्रव
Tue, 23 May 2017 05:48 PM
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सीवान नगर परिषद चुनाव का परिणाम आने के बाद ही विजयी व पराजित प्रत्याशी बौखला गए। वे एक दूसरे गुट के लोगों पर हमला करने लगे। इससे जहां शेख मोहल्ला में रेशमा खातून के रिश्तेदार सोनू की हत्या कर दी गई। वहीं कई लोग घायल हो गए। जिसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। शहर के वार्ड चार से संतोष यादव की पत्नी बविता देवी व सुगांती देवी चुनाव लड़ रही थी। चुनाव में बविता देवी विजयी हो गई। जैसे ही परिणााम निकाला। दोनों गुट के समर्थक कंधवारा में मंगलवार की दोपहर डेढ़ बजे मारपीट हो गई। इस दौरान दोनों गुटों के लोगों ने एक दूसरे की पिटाई की। इससे आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। इसमें से दो का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। जबकि अन्य का इलाज जहां- तहां चल रहा है। सदर अस्पताल में भर्ती दुर्गा प्रसाद व सूरज शर्मा ने आरोप लगाया व्यास यादव के भाई के नेतृत्व में हमला कर घायल किया गया है। इधर मारपीट क ेबाद पुलिस ने उस मोहल्ले के पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। इस घटना के बाद कंधवारा में तनाव कायम है। वहीं हत्या के बाद शेख मोहल्ला में तनाव कायम है। हत्या से पहले लोगों ने जमकर पथराव किया। इससे वहां पर सड़क पर ही ईंट के टुकरे गिरकर विखरे पड़े है। पथराव के बाद गोली चलने लगी। कई लोगों के घर पर भी गोली चलाई गई। इधर पथराव होते रहा और पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी। जब हत्या हो गई। इसके बाद पुलिस वहां पर पहुंची। इस पर मृतक के परिजन पुलिस पर भी दूसरे गुट से मिले होने का आरोप लगा रहे थे। इसके अलावा शहर के एक दर्जन मोहल्ले में दो गुटों के बीच तनाव कायम है। जहां पर कभी भी हिंसक झड़प हो सकती है। इसको लेकर लोगों के बीच दहशत कायम है। इधर रामनगर में पहले से ही दो गुटों के बीच तनाव कायम है। यहां पर चुनाव से पहले ही गोलीबारी हो चुकी है। शहर में नहीं दिख रही थी पुलिस सीवान। निकाय चुनाव के मतगणना के मद्देनजर शहर में सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया था। टाउन थाना क्षेत्र में कई मोहल्ला अति संवेदनशील है। लेकिन इसके मद्देनजर भी वहां पर न पुलिस की तैनाती की गई थी न ही पुलिस गश्त हो रही थी। जबकि कई मोहल्ले में परिणाम सामने आने के बाद झड़प होने की संभावना थी। पुलिस अलर्ट नहीं थी। पुलिस की उदासीनता का ही परिणाम है कि मारपीट से लेकर हत्या तक की घटना हो गई। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस अलर्ट होती तो हत्या नहीं होती। अन्य कई मोहल्ले में भी झड़प होने की संभावना सीवान। शहर के अन्य कई मोहल्ले में भी झड़प होने की संभावना है। अगर पुलिस की थोड़ी सी भी चूक हो गई तो मारपीट हो सकती है। इसको लेकर भी लोग दशहत में है। कईर् लोग तो चुनावी हिंसा की डर से शहर से अपने रिश्तेदारों के घर चले गए है। ताकि वे सुरक्षित रह सके। अस्पताल में डरे सहमे थे कर्मी सीवान। शहर के शेख मोहल्ला में सोनू की हत्या के बाद जब लाश सदर अस्पताल लाया गया। उस समय डॉक्टर व कर्मी भी डरे सहमे थे। अस्पताल में भी भीड़ उमड़ गई। जब भी अस्पताल में भीड़ उमड़ती है। उस दौरान हो हंगामा भी होने की संभावना रहती है। लाश आने के साथ ही सदर अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। महादेवा ओपी प्रभारी शम्भूनाथ सिंह के नेतृत्व में पुलिस अस्पताल की विधि व्यवस्था पर नजर रख रही थी। दहाड़ मार विलख रहे थे परिजन सीवान। शहर के शेख मोहल्ला में सोनू की हुई हत्या के बाद लोगों के परिजन दहाड़ मार रो रहे थे। परिजनों की चीत्कार से अस्पताल का माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया। महिलाएं तो रोते राते फर्श पर भी गिरजा रही थी।

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