ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार सीवानरेल आईजी तक पहुंची जीआरपी की अवैध वसूली की शिकायत

रेल आईजी तक पहुंची जीआरपी की अवैध वसूली की शिकायत

स्थानीय जीआरपी की अवैध वसूली की शिकायत अब रेल आईजी पटना आलोक के पास पहुंच गई है। रेल आईजी अब जांच कराएंगे और शिकायत करने वालों को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। जीआरपी की कारतूत से अब हर कोई आजिज...

रेल आईजी तक पहुंची जीआरपी की अवैध वसूली की शिकायत
हिन्दुस्तान टीम,सीवानMon, 26 Jun 2017 03:25 PM
ऐप पर पढ़ें

स्थानीय जीआरपी की अवैध वसूली की शिकायत अब रेल आईजी पटना आलोक के पास पहुंच गई है। रेल आईजी अब जांच कराएंगे और शिकायत करने वालों को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। जीआरपी की कारतूत से अब हर कोई आजिज आ गया है। आम लोगों के अलावा छात्र भी परेशान हैं। अवैध वसूली की शिकायत लोगों ने कई बार रेल एसपी मुजफ्फरपुर व रेल डीएसपी सोनपुर से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रेल एसपी शिकायत मिलने के बाद जांच का आदेश रेल डीएसपी सोनपुर को दे देते हैं। रेल डीएसपी वैसे दिन जांच करने आते हैं जिस दिन कोई शिकायतकर्ता मौजूद नहीं रहता। शिकायतकर्ता के पास जाकर उसका बयान भी नहीं लिया जाता है। जबकि शिकायत करने वाला अपना पता भी आवेदन में लिखता है। लेकिन उसके घर न जाकर उसे थाने पर बुलाया जाता है। इससे भी शिकायतकर्ता नहीं आ पाता है। इसके बाद जांच रिपोर्ट में जीआरपी को क्लीन चिट दे दिया जाता है। रिपोर्ट में कहा जाता है कि शिकायत की पुष्टि नहीं हुई न शिकायतकर्ता मौजूद हुआ। इस तरह जीआरपी की करतूत पर उसके वरीय अफसर ही पर्दा डाल देते हैं। जांच के बाद जीआरपी की अवैध वसूली और तेज हो जाती है। जब लोगों को लगा कि रेल एसपी व डीएसपी स्तर से कार्रवाई नहीं होगी तो रेल आईजी से शिकायत करने लगे हैं। राजा सिंह कॉलेज के प्रोफेसर श्यामशंकर प्रसाद गुप्ता ने रेल आईजी से जीआरपी के करतूतों को खुलासा करते हुए पत्र लिखा है। पिछले दिनों प्रोफेसर से भी जीआरपी ने वसूली की थी। सीवान स्टेशन पर पहली बार ऐसा शुरू हुआ है जब नो पार्किंग एरिया में बाइक लगाने पर जब्त कर एक से डेढ़ हजार रुपये की वसूली की जाती है। इससे पहले तक कोई बाइक नो पार्किंग जोन में लगा देता था तो उसे स्टैंड चार्ज लगाया जाता था। लेकिन अब तो अवैध वसूली की जाती है। जो यात्री अवैध वसूली की राशि नहीं देता उसे जुर्माना के लिए डीटीओ ऑफिस भेज दिया जाता है। इस तरह लोग तीन माह से परेशान हैं। जीआरपी के पास सिपाही फिर कैसे लगती बाइक जीआरपी के खिलाफ अब सवाल यह उठ रहा है कि जीआरपी के पास सिपाही है। एक सिपाही की ड्यूटी भी नो पार्किंग जोन के पास लगा दी जाएगी तो कोई व्यक्ति अपनी बाइक नो पार्किंग जोन में नहीं लगाएगा। लेकिन जीआरपी ऐसा नहीं करती है। लोगों को पहले नो पार्किंग जोन में गाड़ी लगाने के लिए छूट देती है। जब गाड़ी लगा देते हैं तो उसे उठाकर रेलवे प्लेटफॉर्म पर लेकर चली जाती है। इससे बाद मोल भाव शुरू हो जाता है। जिस रिक्शे से गाड़ी ले जायी जाती है, उस रिक्शा वाले को जीआरपी मेहनताना भी नहीं देती। इससे रिक्शा वाले परेशान रहते हैं। क्या कहते हैं रेल आईजी रेल आईजी पटना अमित कुमार ने कहा कि सीवान जीआरपी की शिकायत की जांच कराई जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। अवैध वसूली गलत बात है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें