100 years of PU : ऐतिहासिक पल का गवाह बन गौरवान्वित हुए छात्र-छात्राएं
पटना विवि शताब्दी समारोह का गवाह हजारों छात्र बने। सायंस कॉलेज में हुए समारोह में छात्र-छात्राओं में जबरदस्त उत्साह दिखा। सभी इस बात को लेकर आनंदित थे कि वे इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बने। कार्यक्रम...
पटना विवि शताब्दी समारोह का गवाह हजारों छात्र बने। सायंस कॉलेज में हुए समारोह में छात्र-छात्राओं में जबरदस्त उत्साह दिखा। सभी इस बात को लेकर आनंदित थे कि वे इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बने। कार्यक्रम स्थल के बाहर एलईडी स्क्रीन पर भी सैकड़ों विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री का भाषण सुना।
इस पल का गवाह बनने विद्यार्थी सुबह सात बजे से ही पहुंचने लगे थे। प्रधानमंत्री के मंच पर पहुंचते ही सभी मोदी-मोदी का नारा लगाने लगे। छात्रों को इस बात की उम्मीद थी कि पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलेगा। विद्यार्थी एक धुन में यही कहते रहे कि केंद्रीय विवि का दर्जा मिलने से हमें नयी एनर्जी मिलेगी। हालांकि सेंट्रल विवि नहीं की घोषणा नहीं होने से छात्रों को थोड़ी निराशा हाथ लगी।
नारा और तालियों से किया प्रधानमंत्री का स्वागत शताब्दी समारोह को सफल बनाने का उत्साह हर छात्र और छात्राओं में दिख रहा था। हर एक पल प्रधानमंत्री के आने का इंतजार हो रहा था। जैसे ही करीब 11 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री मंच पर नजर आए, इसके बाद तालियों और मोदी-मोदी के नारे से समारोह स्थल गूंजता रहा। विद्यार्थियों का साथ उनके शिक्षक भी दे रहे थे।
हमें मिला प्रधानमंत्री के सबसे पास जाने का पटना वीमेंस कॉलेज की एनएसएस की लगभग 20 वोलंटियर को इस कार्यक्रम की जिम्मेवारी दी गयी थी। इसमें से छह वोलंटियर को मुख्य मंच के सामने वाले वीआईपी गैलरी में ड्यूटी लगायी गयी थी। इस ड्यूटी को निभाने में एनएसएस की वोलंटियर काफी खुश थीं। उन्हें पहली बार प्रधानमंत्री को इतने पास से लाइव देखने का मौका मिल रहा था। वोलंटियर नैंसी ने बताया कि मंच के करीब रहने वाले छह लोग ज्यादा उत्साहित हैं।
केंद्रीय विवि का दर्जा मिलता तो उत्साह हो जाता दुगुना एनएसएस के 20 वोलंटियर इस कार्यक्रम के लिए चुने गए थे। एक दिन पहले हमे पता चला। हमलोग काफी उत्साहित हुए। लेकिन जब ड्यूटी बांटी गयी तो हम पांच लड़कियों को वीआईपी गैलेरी में जो मुख्य मंच के पास था, वहां लगाया गया। हमलोग पीएम को काफी करीब से देख सके।
नैंसी, ग्रुप लीडर
हमारे विवि का शताब्दी साल है। यह हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है। हम कहीं पर भी रहें, लेकिन आज के इस हर एक पल को हमेशा याद करेंगे। इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनना हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है।
- प्रिया सिंह, छात्रा, पीयू
इस ऐतिहासिक क्षण में अगर केंद्रीय विवि का दर्जा हमारे विवि को मिलता तो हमें एक नई ऊर्जा मिलती। लेकिन यह नहीं हुआ। कोई बात नहीं। सौ साल का होकर हमारा विवि तो अब एक राष्ट्रीय धरोहर बन ही गया है। आज ना कल विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा भी मिलेगा।
- श्रुति जायसवाल, छात्रा पीयू
प्रधानमंत्री आज हमारे कॉलेज परिसर में आए। हम उन्हें सामने से देख पाए। यह पल हम कभी नहीं भूल पाएंगे। हमने प्रधानमंत्री जी का बहुत ही इंतजार किया है। पहली बार कोई प्रधानमंत्री हमारे परिसर में आये हैं। इसका गवाह बन कर हमें बहुत ही खुशी है।
- उर्मिला रानी, छात्रा, पीयू
हमारा विवि राष्ट्रीय धरोहर है। ऐसे मे अगर केंद्रीय विवि का दर्जा हमारे विवि को मिलता तो हमारा उत्साह दुगुना हो जाता। केंद्रीय विवि का दर्जा मिलने के बाद कई सुविधाएं विद्यार्थियों के लिए होती, इससे हमें काफी फायदा होता।- साधना, छात्रा, पीयू