ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार पटनाअपने ही बदनाम करते हैं बिहार को : मुख्यमंत्री

अपने ही बदनाम करते हैं बिहार को : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की छवि खराब करने में बाहरियों का हाथ नहीं रहता है। बिहार के ही लोग राज्य को बदनाम करते हैं। बिहार की छोटी-छोटी अपराध की घटनाओं को उभारा जाता है, जबकि प्रति लाख...

अपने ही बदनाम करते हैं बिहार को : मुख्यमंत्री
हिन्दुस्तान ब्यूरो ,पटनाFri, 12 May 2017 08:48 PM
ऐप पर पढ़ें

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की छवि खराब करने में बाहरियों का हाथ नहीं रहता है। बिहार के ही लोग राज्य को बदनाम करते हैं। बिहार की छोटी-छोटी अपराध की घटनाओं को उभारा जाता है, जबकि प्रति लाख आबादी पर अपराध की घटना में बिहार देश में 22वें स्थान पर है। 
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सबसे अधिक हर तरह के अपराध दिल्ली में होते हैं। दिल्ली की पुलिस पर नियंत्रण केंद्रीय गृह मंत्रालय का है। बिहार के बगल के राज्य में भी अपराध की घटना को प्रचारित नहीं किया जाता। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शराबबंदी के बाद तो अपराध घटा ही है, लेकिन उसके पहले भी इसमें कमी आई थी। 
सरकार में कोई महकमा शांति से नहीं बैठ सकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार में कोई महकमा शांति से नहीं बैठ सकता। बाल श्रम का मामला हो, अपराध का या शराबबंदी का, हर मामले में सख्त कदम उठाया जाता है। थोड़ी सी पुलिस की मुस्तैदी कम हुई तो शहरों में शराब बिक्री के कुछ मामले प्रकाश में आये। फिर से सभी को आदेश दिया गया और सख्त अभियान चलना शुरू हुआ। पता नहीं कहां एक दारोगा ने कह दिया कि 9000 लीटर बरामद शराब चूहे पी गया। हमने आदेश दिया कि बरामद शराब का सैंपल रख लें और पूरे को नष्ट कर दें। 
हमारे बारे में झूठ प्रचार होता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग प्रचार के मास्टर हैं। काम कम करेंगे और प्रचार खूब करेंगे। हमारे बारे में भी झूठ प्रचारित किया गया। हमने उस पर ध्यान नहीं दिया। मैं काम पर विश्वास करता हूं। गांधी जी कहते थे सत्ता में बैठे लोग सरकारी धन के मालिक नहीं होते, बल्कि उसके ट्रस्टी होते हैं। 
अंजाम तक पहुंचाएं अभियान
मुख्यमंत्री ने आयोजकों को कहा कि मानव तस्करी के खिलाफ अभियान में लगे हैं तो इसे अंजाम तक पहुंचाएं। सरकार गैर सरकारी संगठनों के साथ है। जरूरत हुई तो इसके लिए बने कानून में संशोधन होगा। हमलोग चाहेंगे कि उक्त मामले में जो पीड़िता है, उसे बाल श्रमिकों के पुनर्वास के लिए दी जाने वाली राशि से अधिक मिले। इस मौके पर समाज कल्याण मंत्री  मंजू वर्मा, यूएस कन्सुलेट, कोलकाता के क्रैग हॉल, जयशंकर गुप्ता, संस्था शक्तिवाहिनी के प्रतिनिधिगण आदि उपस्थित थे। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें