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कृषि इंटर का पहला बैच निकला, शिक्षक बहाली शीघ्र

कृषि इंटर में पढ़ाई के लिए शिक्षकों की बहाली शीघ्र होने की उम्मीद है। कृषि विभाग ने बहाली के लिए मानक और अर्हता तय कर दिया है। अब शिक्षा विभाग बहाली की प्रक्रिया शुरू करेगा। हालांकि इंटर में कृषि...

कृषि इंटर का पहला बैच निकला, शिक्षक बहाली शीघ्र
Center,PatnaSun, 04 Jun 2017 07:14 PM
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कृषि इंटर में पढ़ाई के लिए शिक्षकों की बहाली शीघ्र होने की उम्मीद है। कृषि विभाग ने बहाली के लिए मानक और अर्हता तय कर दिया है। अब शिक्षा विभाग बहाली की प्रक्रिया शुरू करेगा। हालांकि इंटर में कृषि की पढ़ाई दो साल पहले ही शुरू हुई थी। इस साल पहला बैच निकल भी गया, लेकिन शिक्षकों की बहाली नहीं हो सकी। जिन 14 जिलों के सर्वोदय स्कूलों में कृषि इंटर की पढ़ाई हो रही है, उनमें कृषि विज्ञान केन्द्र के पास ही छात्रों को पढ़ाने की जिम्मेवारी है। कृषि विभाग द्वारा तय अर्हता के अनुसार शिक्षक के रूप में उन्हीं आवेदकों की बहाली होगी, जिन्होंने कृषि में पीजी किया हो। जिन स्कूलों में पढ़ाई हो रही है, वहां कृषि पढ़ाने वाले दो शिक्षकों की बहाली होगी। पहले बैच में 360 छात्रों ने नामांकन कराया था। हालांकि छात्रों की बढ़ती संख्या से लगता है कि सरकार को स्कूलों के साथ जिलों की संख्या भी बढ़ानी पड़ेगी। राज्य में इंटर में कृषि की पढ़ाई दो साल पहले शुरू की गई थी। पटना, गया, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, सारण, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, बांका, मुंगेर, जमुई, कटिहार और दरभंगा के सर्वोदय विद्यालयों में कृषि विषय के साथ इंटर की पढ़ाई शुरू की गई है। इन विद्यालयों में इंटर साइंस की तर्ज पर आईसी कृषि की शिक्षा दी जा रही है। कृषि स्नातक की डिग्री को प्रोफेशनल डिग्री के रूप मान्यता देने और सभी कॉलजों में प्लेसमेंट सेल बनाने का निर्देश देने के बाद सरकार ने इंटर कृषि वालों के लिए डिग्री की आधी सीटें सुरक्षित कर दी हैं। लिहाजा छात्रों की रुचि तो बढ़ती जा रही है, लेकिन शिक्षकों की व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई है। उम्मीद है कि जल्द ही शिक्षकों की बहाली हो जाएगी। कॉलेज और छात्रों की संख्या 14 स्कूलों में होती है कृषि इंटर की पढ़ाई 360 छात्रों ने कराया है नामांकन 07 संस्थानों में होती है कृषि स्नातक की पढ़ाई 250 छात्रों का होता है हर साल स्नातक में नामांकन

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