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कांग्रेस नहीं चाहती कि देश में दूसरा राष्ट्रीय विकल्प बने

जदयू ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह नहीं चाहती है कि देश में कोई दूसरा राष्ट्रीय विकल्प बने। राष्ट्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय परिषद व खुला अधिवेशन में पार्टी ने राजनैतिक प्रस्ताव पारित कर कहा कि...

कांग्रेस नहीं चाहती कि देश में दूसरा राष्ट्रीय विकल्प बने
हिन्दुस्तान टीम,पटनाSat, 19 Aug 2017 09:32 PM
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जदयू ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह नहीं चाहती है कि देश में कोई दूसरा राष्ट्रीय विकल्प बने। राष्ट्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय परिषद व खुला अधिवेशन में पार्टी ने राजनैतिक प्रस्ताव पारित कर कहा कि कांग्रेस से राष्ट्रीय विकल्प बनाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बात की थी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिले, लेकिन किसी को कोई चिंता नहीं दिखी। प्रस्ताव में कहा गया कि जदयू ने अपने हितों को त्याग विपक्षी एकता के लिए ईमानदारी से किया। अपनी सीटें कम करके 41 सीटें कांग्रेस को दी। कोशिश थी कि देश में एक सही विकल्प कार्यक्रम व नीतियों पर आधारित बने। असम चुनाव के समय साझा विकल्प के लिए हर संभावना तलाशी पर कांग्रेस लगातार निष्क्रिय व उदासीन बनी रही। यूपी चुनाव में भी जदयू ने कोशिश की, लेकिन कांग्रेस ने पार्टी को अहमियत नहीं दी। 10 दिसम्बर 2016 को पुस्तक लोकार्पण समारोह में जदयू अध्यक्ष ने फिर से कांग्रेस को कार्यक्रम व नीतियों के आधार पर विपक्षी एकता की अपील की पर सार्थक पहल नहीं हुई। दो सालों के प्रयास में साफ हो गया कि वैकल्पिक नीतियों-कार्यक्रमों के साथ विकल्प बनाने की क्षमता कांग्रेस में नहीं है। चरण सिंह, चंद्रशेखर, आईके गुजराल, एचडी देवगौड़ा को आगे कर केंद्र में सरकार बनाने व गिराने के मानस से कांग्रेस आज भी निकल नहीं पाई है। राष्ट्रपति चुनाव पर कांग्रेस ने मौन साधे रखा। सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी जैसे राष्ट्रीय मसले पर सवाल उठाए गए। गठबंधन में सरकार में रहते हुए राजद के शीर्ष नेताओं ने सीएम पर तल्ख टिप्पणी की। कार्यकारिणी ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी, दहेज, बाल विवाह के खिलाफ लोक अभियान को पूर्ण समर्थन दिया। अविरल गंगा, भ्रष्टाचार के खिलाफ बेनामी संपत्ति पर कठोर कार्रवाई, कालाधन की जब्ती और विदेशों में जमा कालाधन पर बल दिया। शेयर बाजार व रीयल स्टेट में लगी काली कमाई के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की मांग की गई है। पीएम की ओर से घोषित 2022 तक नए भारत के निर्माण के संकल्प पर सहमति व्यक्त की।

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