जनता ऊब चुकी, चाहती है राज्य में परिवर्तन: भगवान
राज्य की जनता ऊब चुकी है और अब वह परिवर्तन चाहती है। राज्य की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। सात निश्चय से राज्य का भला करेंगे, कह कर सरकार बनाने में सफल रहे और अब जनता को भ्रम में रख कर सरकार...
राज्य की जनता ऊब चुकी है और अब वह परिवर्तन चाहती है। राज्य की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। सात निश्चय से राज्य का भला करेंगे, कह कर सरकार बनाने में सफल रहे और अब जनता को भ्रम में रख कर सरकार खींच रहे। अब इस सरकार के दिन पूरे हो गए हैं। ये बातें बिहार सरकार के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को नवादा सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता में कहीं। जन अधिकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से बीस दिन पहले इस्तीफा देने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का दामन थामने का संकेत दिया है। वह पांच जुलाई को पटना स्थित रविन्द्र भवन में होने वाले मिलन समारोह में अपने हजारों समर्थकों के साथ एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी में विधिवत रूप से शामिल होंगे। इससे पूर्व अपने समर्थकों के साथ संवाद स्थापित करने नवादा पहुंचे पूर्व मंत्री ने बताया कि जन अधिकार पार्टी का अंदरूनी लोकतंत्र समाप्त हो चुका था, इसलिए वहां घुटन महसूस होने लगी थी। इसी कारणवश पार्टी से नाता तोड़ लिया। अब जब रालोसपा का दामन थामने जा रहा हूं तो यह सोच कर जा रहा हूं कि एनडीए को मजबूत करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूंगा। पूर्व मंत्री ने बिहार सरकार को जमकर कोसते हुए कहा कि यह सरकार लंगड़ी हो गयी है। राज्य के 38 जिलों में 114933 वार्ड हैं जबकि 8493 पंचायत और 44500 गांव तथा इन गांवों के तहत 1.20 लाख टोले हैं। मुख्यमंत्री बताएं कि कितनी जगहों पर ओडीएफ हुआ और कितने लोगों को नल से जल का लाभ पहुंचाया जा सका। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और बेरोजगारी भत्ता देने की योजना हांफ रही है। अन्य योजनाओं के नाम पर भी सिर्फ जनता को भरमाया जा रहा है। मौके पर रालोसपा के जिलाध्यक्ष उमा शंकर प्रसाद समेत उमेश सिंह, डॉ. सुधीर कुशवाहा, पूर्व प्रमुख गौरी शंकर सिंह, राजीव रंजन आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।