सावधान! फल व सब्जियों की चमक में घुल रहा ‘जहर
जिले में इन दिनों फल और सब्जियों की चमक में जहर घुल रहा है। अधिक फसल लेने के चक्कर में आक्सीटोसिन इंजेक्शन का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। इसके सहारे फल व सब्जियों को जबरन बड़ा किया जा रहा है।...
जिले में इन दिनों फल और सब्जियों की चमक में जहर घुल रहा है। अधिक फसल लेने के चक्कर में आक्सीटोसिन इंजेक्शन का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। इसके सहारे फल व सब्जियों को जबरन बड़ा किया जा रहा है। इंजेक्शन इतना जहरीला है कि सरकार ने इसपर पाबंदी लगा रखी है, लेकिन इसे कहीं भी आसानी से खरीदा जा सकता है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, जिले के पचास फीसदी किसान इस हारमोन का उपयोग कर रहे हैं। आमदनी बढ़ाने की गलतफहमी में फल व सब्जियों की अधिक उपज लेने के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का प्रयोग किया जा रहा है। इसके प्रयोग से थोड़े से फसल का उत्पादन होने के बाद ही उनकी फसल सूख जा रही है। हालांकि पिछले साल ही पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक ने जिला कृषि पदाधिकारी को पत्र लिखकर ऑक्सीटोसिन का प्रयोग किसान न करें, इसके लिए उन्हें जागरूक करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद अभी भी किसान इसके प्रयोग से उबर नहीं सके हैं। ऑक्सीटोसिन के इस्तेमाल से किसानों को जल्द फल व सब्जी मिलते हैं, लेकिन उससे ज्यादा उत्पाद वे बिना ऑक्सीटोसिन सूई के पा सकते हैं। पत्र में इसका प्रयोग मवेशियों पर भी नहीं करने की सलाह दी गई थी। कारण ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन के इस्तेमाल से मवेशी बांझ हो जाते हैं। किसानों व पशुपालकों को किसी भी हाल में प्रतिबंधित इस हारमोन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी गई थी। खटालों में भी हो रहा इसका दुरुपयोग जिले के अधिकांश खटालों में भी पशुओं से जबरन दूध निकालने के लिए इसका प्रयोग खटाल संचालक कर रहे हैं। जिस दुधारू पशु का बच्चा मर गया है, ऐसे पशुओं पर इसका उपयोग कर उनसे दूध निकालने का काम तेजी से फल फूल रहा है। इसकी खरीद बिना डाक्टर के कहने पर भारत सरकार ने प्रतिबंधित कर रखा है। बावजूद दवा दुकानों में यह आसानी से खरीदा जा सकता है। प्रतिबंधित है ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन भारत सरकार ने इस हारमोन को ड्रग एवं कारमेटिक रूल्स 1945 के तहत शिड्यूल दो के तहत प्रिसक्रिप्शन ड्रग्स के अन्तर्गत रखा है। ताकि कोई भी व्यक्ति, रोगी तथा दूध बेचने वाले इसकी खरीद बिना रजिस्टर्ड डाक्टर या पशु डाक्टर की सलाह के बिना नहीं कर सकें। ऑक्सीटोसिन का खराब प्रभाव डॉक्टरों की मानें तो ऑक्सीटोसिन नाम का इंजेक्शन इंसानों के लिए मौत से कम नहीं। यूटेराइन कैंसर, पुरुष नपुंसकता, अत्यधिक बालों का उगना, महिलाओं में अनियमित ऋतु स्राव, आंखों का खराब होना, महिलाओं में प्रजनन क्षमता पर खराब प्रभाव, असामयिक गर्भपात की समस्या आदि बीमारियां हो जाती हैं। इतना ही नहीं इस इंजेक्शन से फली-फूली सब्जियां खाकर हमारे हार्मोन पर भी खतरनाक असर पड़ता है।