शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिलने पर सदर अस्पताल में बवाल
पोखर में डूबने से बालक की मौत के बाद शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिलने पर शनिवार को सदर अस्पताल में जमकर बवाल हुआ। मृतक रोहित कुमार (12) सदर थाना के रामदयालु के भिखनपुरा नर्सरी उत्तरी टोले का...
पोखर में डूबने से बालक की मौत के बाद शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिलने पर शनिवार को सदर अस्पताल में जमकर बवाल हुआ। मृतक रोहित कुमार (12) सदर थाना के रामदयालु के भिखनपुरा नर्सरी उत्तरी टोले का रहने वाला था। परिजन इलाज में लापरवाही से मौत होने का भी आरोप लगा रहे थे। इससे गुस्साई भीड़ ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। स्टेशन रोड में शव रखकर आगजनी की। तीन एम्बुलेंस, एक शव वाहन, इमरजेंसी वार्ड और सीएस व उपाधीक्षक कार्यालय को निशाना बनाया। कार्यालयों का दरवाजा व खिड़की, एसी, कंप्यूटर व कुर्सी आदि तोड़ डाला। इमरजेंसी वार्ड को भी पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। बाद में पहुंचे डीसीएलआर पूर्वी व मुशहरी सीओ के साथ चार थानों की पुलिस ने आक्रोशितों को समझा कर शांत कराया। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। दोपहर करीब 12 बजे से शाम पांच बजे तक बवाल चला। मृत बालक के परिजनों ने सदर अस्पताल प्रबंधन पर एफआईआर के लिए नगर थाने में आवेदन दिया है। थानाध्यक्ष केपी सिंह ने आवेदन ले लिया और जांच कर कार्रवाई की बात कही। मृतक के चचेरे भाई उज्जवल कुमार ने बताया कि सुबह आठ बजे रोहित कुमार शौच के लिए भिखनपुरा नर्सरी स्थित पोखर पर गया था। पैर फिसलने से गहरे पानी में चला गया। एक युवक ने उसे किसी तरह बाहर निकाला। आननफानन में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों का आरोप है कि भर्ती कराने के बाद तक बालक जिंदा था। यहां डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती जिससे उसकी जान चली गई। शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस की मांग की गई तो अस्पताल प्रबंधन ने एक हजार रुपये मांगे। रुपये नहीं देने की स्थिति बताने पर निजी एम्बुलेंस या गाड़ी से शव ले जाने की बात कही गई। इसके बाद सीएस ललिता सिंह से एम्बुलेंस के लिए गुहार लगाई गई। इधर, सदर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बालक का शव ही अस्पताल में लाया गया था।