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हत्यारों ने गली में शव फेंक कर दिखायी दबंगई

हत्यारों की दबंगई से सभी लोग हतप्रभ हैं। गोली मार कहीं दूसरे जगह हत्या की और शव को मृतक के घर के बगल वाली गली में फेंक दिया। रास्ते में खून के छीटे भी गिरे हैं। यह दबंगई पुलिस को चुनौती है। शव लाकर...

हत्यारों ने गली में शव फेंक कर दिखायी दबंगई
हिन्दुस्तान टीम,मोतिहारीMon, 25 Sep 2017 11:57 PM
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हत्यारों की दबंगई से सभी लोग हतप्रभ हैं। गोली मार कहीं दूसरे जगह हत्या की और शव को मृतक के घर के बगल वाली गली में फेंक दिया। रास्ते में खून के छीटे भी गिरे हैं। यह दबंगई पुलिस को चुनौती है। शव लाकर फेंका और मोहल्ले के लोगों को भनक तक नहीं लगी या डर से क ोई मुंह नहीं खोल रहा। पुलिस के अनुसार, जहां शव मिला और जहां बाइक बरामद हुई उस पथ पर चोर को पकड़ने के लिये पुलिस रातभर चहलकदमी करती रही। आश्चर्य है कि हत्यारों की भनक पुलिस को नहीं मिली। हत्या भी की, शव लाकर फेंका और बाइक को चार किमी दूर सरेह में छोड़ा। राज नारायण ठाकुर एक संगठन नवयुवक संघ का अध्यक्ष भी था। उसकी शादी नहीं हुई थी। 24 सितम्बर को दिन में संघ की बैठक में अरेराज में भाग लिया था। बैठक के बाद वह अपने डेरा कोल्हुअरवा आया। शाम के सात बजे उसके मोबाइल पर फोन आया तो वह बाइक से डेरा से निकला। दूसरे दिन सुबह में उसका शव मिला। हत्यारे मुंह में पिस्टल घुसेड़कर गोली मारी जिससे उसका जबड़ा बाहर निकल गया था। उसके बड़े भाई का नाम भाग्य नारायण ठाकुर है जो रक्सौल में व्यवसाय करता है। दो बहनें इंदू व बिन्दु की शादी हो चुकी है। पिता कलेक्ट्रेट में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी हंै। जग नारायण को भी कलेक्ट्रेट में उम्मीदवार पिउन के पद पर नौकरी लग चुकी थी। मां व बहनों की रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल : मोतिहारी। मोहल्ले में जग नारायण ठाकुर शांत स्वभाव से जाना जाता था। सभी लोग उसकी शांत स्वभाव का चर्चा करते हुये बता रहे थे किसी से उसको झंझट आज तक नहीं हुआ। हत्या पर लोग अफसोस व आक्रोश भी जता रहे थे। मां पुत्र के वियोग में बेसुध पड़ी थीं। क ोई आंख पर पानी के छिंटे मार होश में ला रहे थे तो क ोई ढाढ़स बांध रहे थे। किसी के समझाने का असर मां पर नहीं पड़ रहा था वह बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। बहनें भाई का नाम लेकर फफक रही थीं। हत्यारे को क ोस रही थीं। मोहल्ले के अधिकांश महिलाएं उसके घर पहुंच गयी थी। सभी लोग परिजनों को समझा रहे थे। पिता सिर पर हाथ रखे भगवान का दोष दे रहे थे। पूरा माहौल गमगीन था।

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