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जमुई में अस्पतालों की बदलेगी सूरत

समाहरणालय के एनआइसी कक्ष में वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन के निदेशक मनोज झल्लानी ने अधिकारियों को कई निर्देश दिया। सबसे पहले जिले में सरकारी अस्पतालों के बारे में पूरी जानकारी...

जमुई में अस्पतालों की बदलेगी सूरत
हिन्दुस्तान टीम,जमुईThu, 14 Sep 2017 11:37 PM
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समाहरणालय के एनआइसी कक्ष में वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन के निदेशक मनोज झल्लानी ने अधिकारियों को कई निर्देश दिया। सबसे पहले जिले में सरकारी अस्पतालों के बारे में पूरी जानकारी ली। स्वास्थय सेवाओं की समीक्षा भी की। बेहतर स्वास्थय सेवा प्रदान करने के लिए निदेशक ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कई निर्देश दिया। जिले में सरकारी अस्पतालों की सूरत बदलने के लिए निदेशक ने प्रस्ताव मांगा। उन्होंने कहा कि जहां-जहां सरकारी अस्पतालों का भवन जर्जर हो चुका है उसकी सूची उपलब्ध करायें ताकि अस्पताल भवनों की मरम्मत करायी जा सके। जरूरत के हिसाव से नए अस्पताल भवन निर्माण कराने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति अस्पतालों में रिक्त पदों के बारे में पूरी जानकारी दें। सभी पदों को भरने के लिए पहल की जायेगी ताकि मरीजों को उचित इलाज किया जा सके। प्रसव कक्ष में अगर कोई कमी है तो इसका रिपोर्ट तैयार कर भेजें। सभी सरकारी अस्पतालों के प्रसव कक्ष की जांच करें। प्रसव कक्ष में सारे संसाधन उपलब्ध कराएं। अस्पतालों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही गयी। सभी अस्पतालों में आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। इसके लिए सीएस को जिम्मेवारी दी गयी जबकि मॉनिटरिंग कार्य की जिम्मेवारी डीएम को दिया गया। इमरजेंसी में हमेशा चिकित्सकों की तैनाती पर बल दिया गया। इमरजेंसी में जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध कराने पर बल दिया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित अस्पतालों में भी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की बात कही गयी। इसके लिए कार्य योजना बनाकर प्रस्ताव भेजने को कहा गया। मरीज करेंगे चिकित्सकों की सेवा का मूल्यांकन वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान निदेशक ने कहा कि मरीज अब चिकित्सकों के सेवा का मूल्यांकन करेंगे। उन्होंने कहा कि मरीजों से यह जानकारी लें कि उनका सरकारी अस्पताल संतोषजनक इलाज हुआ है कि नही। मरीजों से पूरी जानकारी प्राप्त करें। चिकित्सकों को सेवा भावना से काम करने को कहा गया। अब मरीज इलाज कराने के बाद चिकित्सकों का मूल्यांकन करेंगे जिसका रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों के पास भेजा जायेगा। इस मौके पर डीएम डा. कौशल किशोर, सिविल सर्जन डा. सुरेन्द्र कुमार सिंह,डीपीएम सुधांशु नारायण लाल, शमीम अख्तर के अलावा स्वास्थ्य विभाग और जिला स्वास्थय समिति से जुड़े कई अधिकारी मौजूद थे।

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