आशा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन
जिला आशा कार्यकर्ता संघ के बैनर तले सोमवार को विभिन्न प्रखंडों से आईं आशा कार्यकर्ताओं व संघ के नेताओं ने कलेक्ट्रेट के गेट पर धरना देते हुए प्रदर्शन किया। अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में आशा...
जिला आशा कार्यकर्ता संघ के बैनर तले सोमवार को विभिन्न प्रखंडों से आईं आशा कार्यकर्ताओं व संघ के नेताओं ने कलेक्ट्रेट के गेट पर धरना देते हुए प्रदर्शन किया। अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में आशा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारी नेताओं का कहना था कि सूबे की सरकार आशा कार्यकर्ताओं के साथ नाइंसाफी व वादाखिलाफी कर रही है। सरकार को संघ के नेताओं के बीच वार्ता होने के 16 माह बाद भी अन्य राज्यों की तरह मानदेय लागू नहीं हुआ। सरकार महिलाओं के साथ बंधुआ मजदूर की तरह 24 घंटे का कार्य बिना वेतन के करा रही है। कार्य करने के बाद खाते में रुपए भेजने के लिए अस्पताल के कार्यालयों में रिश्वत मांगी जा रही है। प्रसव, टीकारण, पोलियो व कुष्ठ रोग सहित अन्य सर्वे कराने के बाद प्रोत्साहन राशि भेजने के नाम पर रिश्वत वसूली जा रही है। नेताओं ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं की ओर से हाई कोर्ट में वाद भी दायर किया गया है। सरकार अगर हमारी मांगों की पूर्ति नहीं करती है तो आंदोलन लगातार जारी रहेगा। धरना-प्रदर्शन व मार्च का नेतृत्व जिला आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष इंदू देवी ने किया। मौके पर प्रदेश संरक्षक धर्मेन्द्र क्रांतिकारी, अध्यक्ष सीता देवी, उपाध्यक्ष रामअशीष साह, महासचिव अधिवक्ता अवधेशचंद्र उपाध्याय, कोषाध्यक्ष नसीमा खातून, जिला संयोजक भारतभूषण तिवारी, प्रधान महासचिव हरेन्द्र पटेल, जिला उपाध्यक्ष सुनैना देवी, मीडिया प्रभारी सलेहा बेगम, काजल देवी, पूनम तिवारी, मुनी पांडेय, अनिता देवी, नसीमा खातून, जया देवी, सविता देवी, आशा कांति देवी व काजल देवी आदि थीं। बाद में संघ की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल सदर एसडीओ से मिल कर उन्हें अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा।