यूएई लूटकांड : विदेशी मुद्रा व सोने के जेवरात बरामद
शहर के नगमतिया मोड़ स्थित यूएई मनी एक्सचेंज से लूटी गई विदेशी मुद्रा, चार सौ ग्राम सोने के जेवरात व लूट के एक मोबाइल के साथ सोमवार को तीन अपराधी दबोचे गए। पकड़े गए अपराधी सरकारी बस स्टैंड से गाड़ी पकड़कर...
शहर के नगमतिया मोड़ स्थित यूएई मनी एक्सचेंज से लूटी गई विदेशी मुद्रा, चार सौ ग्राम सोने के जेवरात व लूट के एक मोबाइल के साथ सोमवार को तीन अपराधी दबोचे गए। पकड़े गए अपराधी सरकारी बस स्टैंड से गाड़ी पकड़कर झारखंड जाने के चक्कर में थे। लूटकांड का मास्टर माइंड व मुख्य आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। पकड़े गए अपराधियों से पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार लूटे गये विदेशी मुद्रा व करीब सात किलो सोने के जेवरात उसी के पास हैं। पकड़े गए अपराधी पाई बिगहा के योगेन्द्र कुमार, अजीत कुमार उर्फ बिट्टू व संतोष ठाकुर हैं। थानाध्यक्ष हरि ओझा ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे गांधी मैदान के पूर्वी छोर से तीन लोगों को बस स्टैंड की ओर जाने की सूचना मिली। पुलिस को आते देख तीनों भागने लगे, जिन्हें दौड़कर पकड़ लिया गया। इनके पास से चार सौ ग्राम सोने के जेवरात, 22 अमेरिकी डॉलर, एक हजार जापानी येन व एक हजार बांग्लादेशी रुपये बरामद हुए। पूछताछ में तीनों ने लूट में शामिल होने की बात स्वीकारी है। इनकी निशानदेही पर मुख्य सरगना को पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है। बता दें कि 18 जुलाई की शाम सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में नगमतिया मोड़ के पास यूएई एक्सचेंज से नगदी व सोने के आभूषण मिलाकर 90 लाख की संपत्ति लूटी गई थी। इसमें अब तक छह अपराधी गिरफ्तार हो चुके हैं। बराबर पहाड़ इलाके में हुआ था बंटवारा सूत्रों के अनुसार, लूट की घटना को अंजाम देकर अपराधी कैश व सोने के जेवरात लेकर बराबर पहाड़ के इलाके में चले गए थे। वहां जंगल में कैश व जेवरात के हिस्से लगाये गए। लूट में रहे रुपये को सभी के बीच बांट दिया गया था। लेकिन डॉलर व अन्य विदेशी मुद्रा मुख्य सरगना अपने पास रख लिया था। सबको कहा गया था कि विदेशी मुद्राओं को इंडियन करेंसी में बदलने के बाद बंटवारा किया जायेगा। वहीं मुख्य सरगना ने अपना हिस्सा सहित तीन साथियों का हिस्सा भी अपने पास रख लिया था। दो अपराधी मंगाये गए थे पटना से जानकारी के अनुसार, मुख्य सरगना शहरी इलाके का ही है। पहले इसके द्वारा मनी एक्सचेंज की रेकी की गई। फिर पटना से दो लुटेरों को बुलाया गया और जिले के अलग-अलग जगहों से शातिर अपराधियों से संपर्क कर योजना बनायी गई। लूट की घटना के बाद कुछ इनपुट मिलने पर पुलिस की एक टीम ने छापेमारी भी की थी। अब पकड़े गए अपराधियों से पुख्ता सबूत मिलने के बाद पटना के अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए उनके ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।