मायागंज ब्लड बैंक में खुलेगा वायरल लोड टेस्टिंग लैब
मायागंज अस्पताल में वायरल लोड टेस्टिंग लैब खोला जाएगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन से नाको ने रिपोर्ट भी मांगा है। जिसे अस्पताल प्रशासन की ओर से भेज दिया गया है। ऐसी संभावना है कि दो माह के अंदर टीम आकर...
मायागंज अस्पताल में वायरल लोड टेस्टिंग लैब खोला जाएगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन से नाको ने रिपोर्ट भी मांगा है। जिसे अस्पताल प्रशासन की ओर से भेज दिया गया है। ऐसी संभावना है कि दो माह के अंदर टीम आकर मायागंज अस्पताल का निरीक्षण भी कर सकती है। नाको यह लैब राज्य के तीन शहरों खोलेगी जिसमें से एक भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भी खोला जाएगा। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. रेखा झा ने बताया कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन यानि नाको की ओर से प्रपोजल भेजा गया है। प्रपोजल का जवाब दे दिया गया है। अब निरीक्षण के बाद आगे की प्रक्रिया अपनायी जाएगी। इस लैब के खुल जाने से ब्लड बैंक में खून देने आने वाले लोगों का एचआईवी पॉजिटिव की पूरी जांच हो पाएगी। साथ ही शरीर में एचआईवी का वायरल कितना है। इसकी भी जानकारी लैब रिपोर्ट से मिल जाएगा। अब तक ब्लड बैंक में आने वाले ऐसे लोगों के एचआईवी की जांच के लिए ब्लड सैंपल कोलकाता स्थित वायरल लोड टेस्टिंग लैब भेजा जाता था। मगर भागलपुर में खुल जाने के बाद इसकी सुविधा यहीं मिल जाएगी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने बताया कि इसमें माइक्रोबायोलॉजिस्ट की बहाली से लेकर दो सौ एक्वायर फीट की जगह चाहिए होती है। जिसके लिए अस्पताल में काफी जगह है। उन्होंने बताया कि खून देने वाले का एचआईवी जांच भी होता है। कई बार एचआईवी पॉजिटिव दिखता है। तो उसकी जांच इस लैब में आसानी से हो सकती है। बिहार में तीन जगहों पर वायरल लोड टेस्टिंग लैब खोलने की योजना है। इसमें पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर का मायागंज अस्पताल शामिल है। ब्लड बैंक के सूत्रों की माने तो महीने में एचआईवी वाले मरीज आ ही जाते हैं। जिन्हें पहली बार पता चलता है कि उन्हें एचआईवी हुआ है। मायागंज अस्पताल के एआरटी सेंटर से 5000 के करीब मरीज का इलाज होता है और दवा चलायी जाती है।