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देखिए, कोसी और सीमांचल में बाढ़ से राहत, दुर्गंध से महामारी की आशंका

बाढ़ के पानी से तबाह कोसी और सीमांचल में बाढ़ का कहर थम गया है वहीं जमे पानी के सड़ने से निकल

Sunilहिन्दुस्तान टीम,भागलपुरSat, 19 Aug 2017 11:39 PM

कोसी और सीमांचल में बाढ़ का कहर थम गया है 

कोसी और सीमांचल में बाढ़ का कहर थम गया है 1 / 6

बाढ़ के पानी से तबाह कोसी और सीमांचल में पिछले पांच दिनों से बारिश बंद होने और धेज धूप निकलने के कारण जहां बाढ़ का कहर थम गया है वहीं परेशानी बढ़ गयी है। जमे पानी के सड़ने से निकल रही दुर्गंध के कारण महामारी की आशंका उत्पन्न हो गयी है। तेज धूप के कारण माल-मवेशी बीमार होने लगे हैं। बाढ़ पीड़ित लोग अभी शिविरों में ही जमे हुए हैं। एक जगह से दूसरी जगह जाना संभव नहीं हो पा रहा है। राहत शिविरों में कहीं भी दो वक्त भोजन नहीं दिया जा रहा है।
 

प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी शौचालय और पेयजल की समस्या गंभीर

प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी शौचालय और पेयजल की समस्या गंभीर2 / 6

सुपौल और सहरसा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी लगभग उतर गया है। सहरसा के सौरबाजार में एक महिला की डूबकर मरने की सूचना है। आपदा के 6 दिन बाद भी सैकड़ों लोग बांध पर शरण लिये हुए हैं। उनकी शिकायत है कि उन्हें शिविरों में नियमित रूप से खाना नहीं मिलता है। प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी शौचालय और पेयजल की समस्या गंभीर बनी हुई है। खगड़िया के बेलदौर में दो लोगों के कोसी के पानी में डूबकर मरने की सूचना है। 

बदबू और सड़ांध से महामारी की आशंका प्रबल

बदबू और सड़ांध से महामारी की आशंका प्रबल3 / 6

अररिया जिले से पानी निकलने के बाद बदबू और सड़ांध से महामारी की आशंका प्रबल हो गयी है। ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचना काफी मुश्किल हो रहा है। पूरा जिला टापू में तब्दील हो गया है। किशनगंज जिले से बाढ़ का पानी लगभग निकल चुका है लेकिन बाढ़ पीड़ितों का गुस्सा आए दिन प्रशासन के खिलाफ फूट रहा है। शनिवार को शहर के मोतीबाग में बाढ़ पीड़ितों ने राहत सामग्री नहीं मिलने, मुहल्ले में गंदगी का अंबार लगने से आजिज आकर सड़क पर उतर आए।
 

प्रशासन के द्वारा अब भी 102 राहत शिविर चलाये जा रहे हैं

प्रशासन के द्वारा अब भी 102 राहत शिविर चलाये जा रहे हैं4 / 6

वहीं दूसरी ओर बाढ़ पीड़ित अब भी राहत शिविर व ऊंचे स्थलों पर शरण लिये हुए जिले में प्रशासन के द्वारा अब भी 102 राहत शिविर चलाये जा रहे ह। शनिवार को दिघलबैंक के दहीभात पंचायत के हाजीपुर गांव में डूबने से दो वर्षीय बच्चे की मौत हो गई।
 

बनमनखी में करीब 12 पंचायतें पहले से बाढ़ प्रभावित

बनमनखी में करीब 12 पंचायतें पहले से बाढ़ प्रभावित5 / 6

पूर्णिया जिले के बायसी में बाढ़ का पानी उतरने लगा है लेकिन धमदाहा अनुमंडल के मीरगंज में पानी फैलने से कई पंचायतें जलमग्न हो गयी हैं। अभी तक राहत कार्य शुरू नहीं किया गया है। बनमनखी में करीब 12 पंचायतें पहले से बाढ़ प्रभावित हैं।
 

कटिहार में भी कमोबेश अररिया जिले जैसे हालात

कटिहार में भी कमोबेश अररिया जिले जैसे हालात6 / 6

कटिहार जिला में भी कमोबेश अररिया जिले जैसे हालात हैं। हालांकि सेना के जवानों ने जहां-तहां स्वास्थ्य शिविर लगा रखे हैं। जिले में गंगा का पानी अमदाबाद, मनिहारी और मनसाही प्रखंडों की कुछ पंचायतों में फैल गया है। मुंगेर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में पानी घुस गया है। सैकड़ों एकड़ में लगी मकई और अन्य फसल डूब गयी है।