उद्घाटन समारोह में विधायक व प्रमुख समर्थक उलझ पड़े
निर्मली के डगमारा पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन पर बुधवार को जमकर बवाल हुआ। प्रखंड प्रमुख रामप्रवेश यादव के विरोध के कारण विधायक अनिरूद्ध प्रसाद यादव को बैरंग लौटना पड़ा। इस दौरान दोनों के समर्थकों के...
निर्मली के डगमारा पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन पर बुधवार को जमकर बवाल हुआ। प्रखंड प्रमुख रामप्रवेश यादव के विरोध के कारण विधायक अनिरूद्ध प्रसाद यादव को बैरंग लौटना पड़ा। इस दौरान दोनों के समर्थकों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई और कुर्सियां फेंकी गई। मौके पर लगभग एक घंटे हंगामा चलता रहा। इसके पूर्व गणतंत्र दिवस पर भी मझारी पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन को लेकर दोनों जनप्रतिनिधियों के समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई हुई थी। डगमारा पंचायत सरकार भवन का निर्मली विधायक अनिरूद्ध प्रसाद के हाथों बुधवार को उद्घाटन होना था। सारी प्रशासनिक तैयारी पूरी हो चुकी थीं। इस बीच प्रमुख रामप्रवेश यादव को सूचना मिली कि मझारी की तरह यहां भी उद्घाटन शिलापट्ट पर उनका नाम नहीं है। इसपर वह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ डगमारा पंचायत सरकार भवन पहुंचे और विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि प्रखंड में सबसे बड़ा पंचायत प्रतिनिधि होने के नाते शिलापट्ट पर उनका नाम होना चाहिए। मझारी पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन पर भी न ही शिलापट्ट पर उनका नाम दिया गया था और न ही उन्हें बुलाया गया था। जानबूझकर उनके खिलाफ बार-बार ऐसी साजिश की जा रही है। माहौल को बिगड़ता देख एसडीएम अरूण कुमार सिंह, एसडीपीओ संतोष कुमार के साथ-साथ कई थानों की पुलिस को रवाना किया गया। इस बीच विधायक भी वहां पहुंच गये। विधायक को देखते ही प्रमख समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सुरक्षा के बीच जैसे ही विधायक वाहन से उतरकर समारोह स्थल की ओर जाने लगे कि हंगामा और बढ़ गया। इसके बाद दोनों के समर्थक आपस में उलझ गये और धक्का-मुक्की होने लगी। बाद में प्रशासनिक पदाधिकारियों ने किसी तरह वहां से विधायक को निकाला। बाद में विधायक और प्रमुख के वापस जाने के बाद मामला शांत हुआ। उधर, विधायक अनिरूद्ध प्रसाद यादव का कहना है कि उनके समर्थकों ने कोई हंगामा नहीं किया। प्रमुख और उनके समर्थकों का विरोध ग्रामीणों ने किया था। प्रमुख समर्थक ग्रामीणों और पुलिस से उलझे थे।