शिकायत पर पटना से आयी टीम ने की पीरपैंती-बाराहाट एनएच की जांच
एनएच विभाग की विजिलेंस की टीम ने शुक्रवार को पीरपैंती-बाराहाट मार्ग एनएच 133 के निर्माण कार्य की जांच की। सड़क निर्माण में गुणवत्ता की कमी की शिकायत को लेकर उड़नदस्ता टीम पीरपैंती पहुंची हुई थी।...
एनएच विभाग की विजिलेंस की टीम ने शुक्रवार को पीरपैंती-बाराहाट मार्ग एनएच 133 के निर्माण कार्य की जांच की। सड़क निर्माण में गुणवत्ता की कमी की शिकायत को लेकर उड़नदस्ता टीम पीरपैंती पहुंची हुई थी। कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता और जेई की टीम ने निर्मित सड़क को पांच से छह सौ एमएम खुदाई कराकर नमूना लिया। टीम ने इस तरह की जांच नौ जगहों पर की। टीम ने बताया कि इससे बिटूमिनस और एग्रीगेट आदि की जांच जारी है। टीम के सदस्यों ने बताया कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता में कमी की शिकायत मिली थी। टीम सड़क निर्माण में उपयोग किए गए बीसीडीवीयम, डब्लू एमजीएसबी आदि मेटेरियल अपने साथ खुदाई कराकर ले गयी। उसे लैब में जांचा जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एक सवाल पर टीम के सदस्यों ने बताया कि सड़क पर मिट्टी भराई का कार्य जैसा होना चाहिए वैसा ही है। हालांकि सड़क निर्माण में काफी देरी हो रही है। 27 मार्च तक सड़क निर्माण का काम पूरा हो जाना चाहिए था। एनएच के जेई सरोज कुमार ने बताया कि कई जगह बार-बार कहने पर भी प्रशासनिक लापरवाही से अतिक्रमित जमीन को खाली नहीं कराया गया है। इस कारण सड़क निर्माण पूरा होने में विलम्ब हो रहा है। प्रशासन गतिरोध दूर कर दे तो निर्माण कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। जांच के दौरान अभिकर्ता शिवनाथ प्रदीप सिंह आदि भी मौजूद थे। गौरतलब है कि यह सड़क बिहार-झारखण्ड का संपर्क पथ है। यहां से झारखण्ड के गोड्डा, दुमका, देवघर एवं रांची के लिए यात्री वाहन चलते हैं।