माफिया, नेता और अफसरों की लूट का परिणाम है नहर घोटाला : पप्पू यादव
कहलगांव में मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन होने के पहले ही गंगा पंप नहर परियोजना के नहर का ध्वस्त होना यह बता रहा है कि परियोजना में भी जमकर लूट-खसोट हुई है। जन अधिकार पार्टी के नेता एवं मधेपुरा सांसद...
कहलगांव में मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन होने के पहले ही गंगा पंप नहर परियोजना के नहर का ध्वस्त होना यह बता रहा है कि परियोजना में भी जमकर लूट-खसोट हुई है। जन अधिकार पार्टी के नेता एवं मधेपुरा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने शुक्रवार को परियोजना के एनटीपीसी आवासीय परिसर से गुजरनेवाली ध्वस्त नहर का निरीक्षण करने के बाद बताया कि यह दो टंगा, अमानवीय और पॉलिटिकल घटना है। नेताओं, अफसरों और माफिया द्वारा की गयी लूट के कारण ही 13 करोड़ की परियोजना 800 करोड़ से अधिक पर जा पहुंची और 40 वर्षों बाद भी पूरी नहीं हो पाई।सांसद पप्पू यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि घोटाला बिहार की संस्कृति बन गई है, जिसमें कहलगांव का नहर घोटाला भी जुड़ गया है। उन्होंने नहर के ध्वस्त होने की घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे पीआईएल दायर करेंगे। आरोप को खारिज करते हुए कहा कि एनटीपीसी को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। इस मामले में एनटीपीसी नहीं बल्कि विभाग पूरी तरह दोषी है। एनटीपीसी के गेस्ट हाउस में सांसद ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक मुद्दे पर चर्चा की। इसमें पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चक्रपाणि हिमांशु, प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, युवा शक्ति के प्रखंड अध्यक्ष आदित्य सिंह, सचिव छोटू कुमार, उज्जवल सिंह, अभिषेक चौबे, कुंदन प्रताप सिंह, अजीत कुमार, सुनील कुमार, राहुल सिंह, विवेक आनंद सिंह, अश्विनी कुमार, अजय कुमार, मृत्यूंजय पाठक, नागेन्द्र त्यागी आदि शामिल थे।